
आलू पराठा को हर प्रकार की भारतीय शैली व्यंजनों में से प्रथम क्रमांक में रखना शायद सबसे श्रेय होगा। यह इसलिए क्योंकि कभी-कभी हम सभी को ऐसा लगता है कि खाना हम घर पर ही बनाये पर वह झटपट बन जाए और स्वादिष्ट भी हो। तो ऐसे समय पर आलू पराठा ही वो व्यंजन है जो एक संपूर्ण आहार की तरह विकल्प बन जाता है।
यह व्यंजन सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन में भी हमारे रुचि का साथ देने में सहायक है। रोचक बात यह है कि इस पराठे में आलू और गेहूं का आटा संतुलित मात्रा होने के कारण यह व्यंजन सुस्वादु, लचीला, मिठास युक्त और मुलायम बन जाता है। आलू पराठे को खाने के लिए अलग से दाल या सब्ज़ी लेने की कोई आवश्यक्ता नहीं पड़ती है।
इस व्यंजन के साथ थोड़ा अचार हो या दही या फिर थोड़ी सलाद हो तो फिर क्या कहना।
इस व्यंजन को बच्चों के स्कूल टिफ़िन, या फिर लंच बॉक्स के लिए भी उपयोग किया जा सकता है जो सिर्फ भूख ही नही मिटाती बल्कि संतुलित मात्रा में पौस्टिक तत्व व ऊर्जा भी प्रदान करने में सहायक है।
आलू पराठे को जितनी लोकप्रियता प्राप्त है शायद ही कोई दूसरे व्यंजनों को प्राप्त हो। हमारे टिफ़िन या लंच बॉक्स में आलू पराठे के लिए एक खास स्थान उपलब्ध है क्योंकि इसे तैयार करना जितना आसान है उससे भी ज्यादा आसानी, इसे खाने में है। साधारण है पर स्वादिष्ट है, सम्पूर्ण आहार भी कह सकतें हैं।
इस रेसिपी में आलू के पराठे को तैयार करने लिए बिल्कुल सरल विधि बताई गई है। निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें और बनाएं स्वादिष्ट आलू के पराठें।
व्यंजन शैली /Cuisine | भारतीय/ पंजाबी |
भोजन चुनाव | शाकाहारी/मुख्य भोज |
व्यंजन नाम | आलू पराठा |
जैन व्यंजन | नहीं (जैन व्यंजनों में जड़ वाली सब्ज़ी/ रुट वेजटेबल्स का उपयोग वर्जित है) |
सामग्री तैयारी करने का समय | 10 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 20-25 Mins |
अंश भाग/पोरशन | 4 लोगों के लिए |
सामग्री /Ingredients
आटा | 150 gm |
मैदा | 150 gm |
आलू | 300 gm/ 3-4 आलू |
जीरा पाउडर | 3 gm/ 2 चिमटी |
धनिया पाउडर | 3gm/ 2 चिमटी |
लालमिर्ची पाउडर | एक चिमटी |
चाट मसाला | 1 teaspoon/ स्वाद अनुसार |
आमचूर पाउडर | ½ tea spoon/ स्वाद अनुसार |
हरा मिर्च(बारीक कटी) | 1 (वैकल्पिक) |
धनिया पत्ता(बारीक कटी) | 1 teaspoon |
नमक | स्वाद अनुसार |
सनफ्लॉवर तेल | 1 tablespoon |
पानी | आवश्यकता अनुसार |
तलने के लिए: | |
सनफ्लॉवर तेल | 4 tablespoon/आव्यशकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)
आलू का मसाला-भराई (स्टफ्फिंग)के लिए

- आलू को धोकर उबाल लेना है।
- उबले आलू ठंडा होने पर पानी से बाहर निकल कर छिलका निकाल फेंकना है।
- आलू को हाथ से मसलकर मुलायम कर लें।
- मसले हुए आलू में आमचूर पाउडर, चाट मसाला, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर, लाल मिर्ची पाउडर, हरा मिर्च, धनिया पत्ता, स्वाद अनुसार नमक मिला दें। स्वाद परख लें, हल्का खट्टा और नमकीन स्वाद होना चाहिए।
पराठा बनाने की विधि:

- आटा और मैदा एक साथ मिला लें। फिर सुखा आटा में नमक और तेल डालकर अच्छी तरह मिला दें।
- पानी से आटा को मुलायम नरम कर गूँध कर समान वजन का एक-एक पेड़ा बना लें।
- पेड़ा/लोई को हाथ के तलवे पे रखकर उंगलियों से दबाकर चपटा करके दोना जैसा(पॉकेट) बनाएं
- आलू मसाले को अंदर भर कर आटा को सब किनारों से चिपका कर बंध करें और हाथों से दबाकर चपटा कर लें।

- चाकी-बेलन पे हल्का आटा छिड़क कर मसाला भरा हुआ पेड़ा को रोटी जैसी गोल आकार में बेल लें। ध्यान रहें ज्यादा पतला न बेलें।
- मध्यम आंच पे तवा गर्म करें। बेला हुआ कच्चा पराठे को दोनों तरफ़ पलट कर सेंक लें।
- अब तवे पे एक चम्मच तेल / घी डालकर पराठे को दोनों तरफ से पलट-पलट कर सुनहरा भूरा होने तक तलें। आँच को धीमी या मध्यम रखें।

- तली हुई पराठों को अलग प्लेट पे टिश्यू पेपर के ऊपर रखें। इससे अत्यधिक तेल निकल जायेगा।
- आलू पराठा तैयार है। गरम-गरम पराठा दही, रायता,अचार, सलाद, इत्यादि के संग परोसें।
टिप्स:
- आलू पराठा का आटा थोड़ा नरम गूंधना होता है। आटा ज्यादा सख्त होने से बेलते समय पराठा टूट सकता है।
- आलू पराठा सिर्फ आटा, मैदा या फिर आटा- मैदा मिलाकर बनाया जा सकता है। इस रेसिपी में पराठा को आटा-मैदा मिलाकर बनाया गया है।
- गुंधे हुए आटा को 10 से 15 मिनट तक फूलने देने से पराठा मुलायम बनता है।
- आलू पराठा बनाने के लिए पुराने आलू का इस्तेमाल करें। नए आलू मसलते समय मुलायम नही होता, गांठ रह जाता है। इससे पराठा फट जाता है।
- अपने स्वाद अनुसार मसाला में फेर बदल किया जा सकता है। जैसे कि पतली बारीक कटी प्याज़, पिसी हुई अदरक-लहसुन का भी इस्तेमाल पराठे का भराई (स्टफ्फिंग) के लिए आलू मसाले में किया जा सकता है।
- हरा मिर्च का बीज निकाल कर इस्तेमाल करें तो तीखा कम होगा।
- पराठे को दो तरीके से तला जा सकता है।
पहला तरीका- पराठे को गरम तवे पे हल्का सेंक कर फिर तेल में तलें। इस पद्धति में पराठा तलने के लिए तेल की उपयोग मात्रा कम होगा। स्वस्थ के लिए भी उत्तम होता है।
पराठा थोड़ा नरम रहता है।
दूसरा तरीका- गरम तवे पे तेल गरम कर के बिना सेंके ही कच्चे पराठे को तलना है। इस पद्धति से तेल की उपयोग मात्रा अधिक होगा।
पराठा अधिक मात्रा में ख़स्ता, लच्छेदार और खाने में स्वादिस्ट होगा।
तेल से परहेज़ करनेवालों को यह पद्धति का उपयोग कम करने की सलाह दिया जाता है।
- आलू से हमें संतुलित विटामिन आदि पौष्टिक तत्व तथा त्वरित ऊर्जा प्राप्त होता है।
- आलू में कार्बोहायड्रेट की मात्रा अधिक होने के कारण डायबिटीज से पीड़ित लोगों को आलू से बने व्यंजनों का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है।