
प्लास्टिक की चटनी
पश्चिम बंगाल राज्य में यह एक लोकप्रिय व्यंजन है। यह पपीते से तैयार कि हुई एक स्वादिष्ट खट्टी मीठी चटनी है। विवाह अनुष्ठान अथवा कोई भी शुभ अनुष्ठान जैसे दुर्गा पूजा आदि के समय पर इसे खास तैयार किया जाता है। रोज़ के दैनिक भोजन में भी इसे तैयार करके सेवन किया जाता है। यह व्यंजन को नाश्ते में अथवा मुख्य भोजन पर सहभोजन की तरह सेवन किया जाता है।
ऐसे बनाएं यह व्यंजन को।
कच्चे पपीते को कस लेना है। अब कसे हुए पपीते को गरम पानी में उबालकर पका लेना है। पानी को छानकर पपीते को अलग करके रखना है। अब एक बर्तन में शक्कर एवं पानी उबलकर गाढ़ी चासनी तैयार कर लेना है। चासनी को उबालते वक्त अदरक, लोंग एवं इलाइची डाल देना है जिससे सुगंध में वृद्धि होगी। रंग को निखारने के लिए एक चिमटी हल्दी मिला देने है। उबाले हुए पपीते को चाशनी में डालकर कुछ देर पका लेना है। चासनी गाढ़ी एवं चिपचिपी होने पर समझना चाहिए व्यंजन तैयार है।
इस तरह यह व्यंजन कुछ ही समय पर बनकर तैयार हो जाता है।
बिल्कुल कठिन नही है यह व्यंजन को तैयार करना।
यह व्यंजन को बनाना बिल्कुल आसान है। सारी सामग्री साधारण है जो सभी के घर में उपलब्ध रहती है। यहाँ दिए हुए रेसिपी का अनुसरण करें एवं यह चटपटा, लज़ीज़, सुगंधित व्यंजन को बड़ी सरलता से बनाएं।
व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह व्यंजन को तैयार करने के लिए अधिक सामग्रियों की आवश्यकता नहीं होती है। एक ही मुख्य सामग्री से यह व्यंजन को तैयार किया जाता है। यह नाश्ते में अथवा कोई भी मुख्य भोजन में एक सह भोजन की तरह परोसने के लिए उपयुक्त है। बच्चों को इसका स्वाद बहुत अच्छा लगेगा। बाजार के जैम अथवा जेली से भी यह अधिक सेहतमंद है। क्योंकि इसमें पपीता है इसलिए इसके सेवन से हजम क्रिया एवं पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है और भूख को बढ़ाने में सहायक है। यह चटनी बहुत ही रुचिकर होती है।
इस तरह से करें यह व्यंजन का समावेश।
यह व्यंजन को मुख्य भोजन में अथवा नाश्ते में एक सहभोजन के तौर पर समावेश किया जा सकता है। बाजार के जैम अथवा जेली के स्थान पर यह व्यंजन का उपयोग किया जा सकता है। इसका स्वाद बिल्कुल बाजार में मिलने वाली जैम, जेली जैसा होता है।
निम्न में दिए हुए विधि को अनुसरण करें और सरलता से बनाएँ यह व्यंजन ।
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन विधि शैली / Cuisine | पश्चिम बंगाल / भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
व्यंजन प्रकार | चटनी |
व्यंजन नाम | प्लास्टिक चटनी |
आहार के प्रकार
शाकाहारी आहार | हाँ |
सात्विक आहार | हाँ |
वैष्णव आहार | हाँ |
जैन आहार | अदरक रहित तैयार करें। |
रंधनपाक समय
सामग्री तैयार करने का समय | 5 Mins |
पकाने का समय / कुकिंग टाइम | 15 Mins |
कुल समय | 20 Mins |
सर्विंग
अंश | 4 व्यक्ति के लिए |
प्लास्टिक की चटनी रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
सामग्री | मात्रा |
हरा पपीता (कसा हुआ) | 200 gm |
अदरक (कसा हुआ) | 1 teaspoon |
शक्कर | 200 gm |
निम्बू का रस | आधा निम्बू / आवश्यकता अनुसार |
हल्दी पाउडर | 1 चुटकी |
लौंग | 4 लौंग |
इलायची छोटी | 1 इलायची |
किसमिस | 1 tablespoon |
टूटी फ्रूटी | 1 tablespoon |
घी | 1 tablespoon |
पानी (चासनी तैयार करने के लिए) | 2 कप / आवश्यकता अनुसार |
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)

- पपीता से हरे छिलके को निकाल कर अलग कर दें।
- अब पपीता को कस लें एवं एक थाली पर रखें।
- सॉस पैन में आवश्यकता अनुसार पानी डालकर उबालें। मद्यम आंच रखें।
- गरम पानी में पपीता को डाल दें। सॉस पैन को ढक दें। लगभग पांच मिनट तक उबलने दें।

- सॉस पैन पर से ढक्कन को हटा दें। अब आंच को बंद करें।
- एक छलनी पर उबले हुए पपीता को डाल कर पानी को बह जाने दें।
- सॉस पैन पर पानी डालकर गरम करें। आंच को माध्यम रखें।
- पानी उबल जाने पर शक्कर डालकर उबालें।
- निम्बू का रस डालकर अच्छी तरह से मिला दें।
- बीच बीच में उबलते हुए शक्कर पानी को करछुल से चलाते रहें।

- चासनी चिपचिपी होने पर लौंग, इलाइची डालें।
- कसा हुआ अदरक डालें।
- अब उबले हुए पपीता को उबलते चाशनी में डालें।
- एक चिमटी हल्दी पाउडर डालें।
- कुछ देर तक करछुल से मिश्रण को चलाते रहें। आंच को निम्न एवं मध्यम के बीच में रखें।

- मिश्रण का घना, चिपचिपा होने पर घी डालें।
- मिश्रण नें किसमिस एवं टूटी फ्रूटी डालकर मिला दें।
- करछुल से मिश्रण को अच्छी तरह से मिला दें।
- स्वाद को परख लें। खट्टा, मीठा स्वाद होना चाहिए।
- व्यंजन तैयार है। आंच को बंद करें।
परोसने की विधि
- यह व्यंजन को कोई भी भोजन के संग सह भोजन की तरह परोसें।
- यह व्यंजन को ठंडा परोसें।
भंडारण की विधि
यह व्यंजन को हवा रहीत डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखने से कई महीनों तक ताज़ा रहता है।
टिप्स:
- यह व्यंजन को तैयार करने के लिए ताज़ी सामग्रियों का उपयोग करें।
- हरा छिलका पूरी तरह से निकाल कर ही पपीता को उपयोग में लाएं।
- पपीता बहुत ही गुणकारी पौष्टिक सब्ज़ी है। इसलिए यह व्यंजन स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी है।
- यह व्यंजन में काजू, केवड़ा जल, गुलाब जल, लाल चेरी भी मिलाया जा सकता है।
- यह सात्विक एवं वैष्णव व्यंजन है। यह शुभ अनुष्ठान अथवा पूजा व्रत संबंधित भोजन के लिए उपयुक्त है।
- जैन आहार में अदरक या अन्य कन्द मूल का उपयोग करना निषेध है।
- इस व्यंजन में शक्कर है इसलिए मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति, यह व्यंजन का सेवन बिल्कुल सीमित मात्रा एवं नियंत्रित मात्रा में करें।
FAQ
Q.चटनी को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
Ans:- चटनी को अंग्रेज़ी में केचप (ketchup) कहा जाता है।
Q. क्या चटनी एक भारतीय शब्द है?
Ans:- हाँ, चटनी एक भारतीय शब्द है।
Q. चटनी क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं?
Ans:- चटनी एक ऐसा व्यंजन है जिसमे पञ्च रस के मुख्य चार रस को संतुलित करके यह व्यंजन को तैयार किया जाता है। प्रधानतः इसका स्वाद खट्टा होता है जिस के संग मीठे नमकीन एवं तीखे स्वाद को सुचारू ढंग से संतुलित कर एक चटपटा व्यंजन प्राप्त होता है।
चटनी तैयार करने के लिए इसके मुख्य सामग्री प्रधानतः अम्लीय प्रकार के फल एवं सब्ज़ियाँ होती है जैसे कि निम्बू, आमला, इमली, टमाटर, आम, संतरे, इत्यादि। यह व्यंजन में सूखे फल, शक्कर, गुड़, कई प्रकार के सुगंध वस्तुओं का भी उपयोग किया जाता है।
चटनी तैयार करने के लिए कई प्रकार की रंधन प्रक्रियाओं का इस्तेमाल होता है जैसे उबालना, तलना, आग में भूनना इत्यादि। इस व्यंजन को सहभोजन की तरह समावेश किया जाता है जो खाद्य में रुचि को बढ़ाने में कारगर है। चटनी में सामग्रियों के पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद रहता है जो हजम तंत्र एवं पाचन तंत्र के कार्य में बढ़ावा देता है। यह व्यंजन को उचित रूप से भंडारण करने पर दिन अथवा महीनों तक ताज़ा रहकर खाद्य उपयुक्त रहता है।
चटनी के कुछ नाम उदाहरण के लिए- टमाटर की चटनी, प्लास्टिक चटनी, नारियल की चटनी, भुने लहसुन टमाटर की चटनी, ग्रीन चटनी।
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