ब्रोक्कोली यूरोपीय देश इटली में पाई जाने वाली सब्ज़ी है जो देखने में फूलगोभी के समान है परंतु इसका रंग हरा होता है। इसका वानस्पतिक नाम है ब्रासिया ओलरसा और यह पत्तागोभी परिवार के अंतर्भुक्त है।
इसके फूल और डंडी देखने में बिल्कुल फूलगोभी जैसा ही होता है। पुरातत्व अनुसंधान से पता चलता है कि यह सब्ज़ी ईशा पूर्व 6वी से मौजूद है।

आधुनिक सभ्यता के साथ यह विभिन्न शासक दल, प्रवासी, पर्यटक, इत्यादि के साथ विश्व भर में फैल गई।
भारत में यह एक विदेशी सब्ज़ी है। समय के साथ यहां इसकी मांग और खपत बढ़ने लगी। यह सब्ज़ी की गुणकारी लाभों को देखते हुए लोग इसका नियमित सेवन करने लगें। होटल तथा रेस्टोरेंट में भी इसके व्यंजन तैयार होने लगे। इस तरह कृषि कार्य के माध्यम से इसकी फसल ठंडे आबोहवा वाली प्रदेशों में उगाई जाने लगी।
अब जानते हैं ब्रोक्कोली से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी।
- ब्रोक्कोली में लगभग 90% पानी होने के साथ शेष प्रतिशत में कार्बोहायड्रेट, डाएटरी फाइबर विटामिन, प्रोटीन और बिल्कुल न के बराबर फैट है।
- इसमें सारे मुख्य विटामिन मौजूद है। जिसमे विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी, बीटा केरोटीन सबसे अधिक मात्रा में है।
- यह मुख्य खनिज जैसे मैंगनीज, फ़ास्फ़रोस, पोटासियम, आयरन, कैल्शियम का भी स्रोत है।
- 100 gm ब्रोक्कोली से लगभग 34 kcal ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। वजन नियंत्रित करने के लिए यह एक उत्तम भोजन विकल्प है।
- ब्रोक्कोली का सेवन दिल के स्वास्थ्य के लिए उत्तम है। इसमें मौजूद पोटेशियम दिल को मजबूती प्रदान करने में सहायक है।
- इसके सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है।
- एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति को इसके सेवन से लाभ मिल सकता है।
- इसके सेवन से मूड स्विंग यानी लगातार मिजाज़ बिगड़ जाने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसमे मौजूद फोलेट मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है।
- इसमे विटामिन सी की मात्रा अधिक है। इसलिए इसके सेवन से बीमार प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। सर्दी, खांसी, जुकाम, इत्यादि तकलीफों से छुटकारा मिल सकता है।
- महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए इसका सेवन करना उत्तम है। रक्त को वृद्धि करने में सहायक है।
- शिशु आहार के लिए यह सब्ज़ी उत्तम है। इसमें मौजूद विटामिन, खनिज, शिशु के लिए बहुत लाभकारी है।
- इसका सेवन करना आंखों के स्वास्थ्य के लिए हितकारी है।
- इस सब्ज़ी का अत्यधिक लाभ लेने के लिए इसे बंद बर्तन में भाँप में पकाए या फिर थोड़ी घी या जैतून तेल में पका कर सेवन करें।
by Samaresh