मेदू वड़ा रेसिपी सीखने के लिए आपका स्वागत है। स्कूल में हम सब विद्यार्थी एक दूसरे के टिफ़िन मिल-बाँटकर खाया करतें थे। हमारे दक्षिणी प्रान्त के मित्रों से इडली, Medu Vada आदि टिफ़िन में भोजन करने को मिलता था।इससे यह लाभ होता था कि हर दिन हम सबको विभिन्न प्रकार के व्यंजन आसानी से सुलभ हो जाता था। मित्रों के घर आना-जाना लगे रहने से कभी-कभी उनके घर से हमें रेसिपी भी मिल जाया करता था जो हम अपने -अपने घर में माँ से साँझा करतें थे। यहाँ पर वह बचपन के दिनों में मित्रों से मिला हुआ रेसिपी साँझा कर रहें हैं जो अति साधारण है और हर कोई आसानी से मेंदू वड़ा बना भी सकतें हैं।
कोई भी व्यंजन जब तैयार करना आ जाए तो फिर अपने स्वाद और आव्यशकता अनुसार उसे विभिन्न प्रकार की विधि से बना सकतें हैं।
वड़ा बनाने के लिए निम्न में दिए हुए पद्धति को अनुसरण करें और आसानी से मेंदू वड़ा तैयार करें। और हाँ बच्चों को स्कूल टिफ़िन में भी ज़रूर दें।
व्यंजन शैली/Cuisine | दक्षिण भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी /अल्पाहार(स्नैक्स) |
जैन व्यंजन | हाँ |
दाल भिगोने का समय | 4 hrs |
सामग्री तैयारी करने का समय | 15 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 15 Mins |
अंश भाग/पोरशन | 4 लोगों के लिए |
सामग्री
उडद दाल सफेद | 200 gm |
जीरा अक्खा | 20 gm/ एक चम्मच |
धनिया अक्खा | 20 gm/ एक चम्मच |
करी पत्ता | 10 पत्तें |
हरा मिर्च (बीज निकाला हुआ) | 1पीस(वैकल्पिक) |
सूखी लाल मिर्च(बीज निकल हुआ) | 1 पीस (वैकल्पिक) |
नमक | स्वाद अनुसार |
हींग | दो चुटकी |
मीठा सोडा | एक/दो चुटकी |
पानी | आवश्यकता अनुसार |
सनफ्लॉवर तेल (तलने के लिए) | आवश्यकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- उडद दाल को साफ कर पानी में ठीक से धोएं।
- दाल को चार से पांच घंटे तक पानी में भीगोके रखें। अथवा, रात में भी भीगोके रख सकते हैं जो दूसरे दिन में उपयोग करें।
- दाल फूल जाने के बाद मिक्सी के जार में दाल, अक्खा जीरा- धनिया, हरा मिर्च, सूखी लाल, करी पत्ता मिर्च सब मिलकर मुलायम कर पीस लें। मिश्रण जमा हुआ गाड़ा होना चाहिए। पानी का इस्तेमाल बिल्कुल कम करें।
- मिक्सी जार से मिश्रण को निकालकर एक अलग बर्तन में रखें। हींग, सोडा और स्वाद अनुसार नमक मिलाएं।

- फ्राइंग पैन/ कढ़ाई पे तेल गरम कर लें। हथेली को पानी में भिगोकर दाल मिश्रण को हाथ पे लेकर लड्डू जैसा गोल करें। अंगूठे से या दूसरी हाथ के उंगली से बीच में छेद करें। फिर गरम तेल में धीरे से रखें। सुनहरा-भूरा होने तक तल लें। गैस की आँच मध्यम रखें।
- सब वड़ा को अलग प्लेट पे टिश्यू पेपर के ऊपर रखें। इससे अत्यधिक तेल निकल जायेगा।

- मेंदू वड़ा तैयार है। नारियल चटनी या सांभर के साथ नाश्ते में परोसें।
टिप्स :
- वड़ा पे विभिन्नता लाने के लिए बारीक कटी हुई प्याज़, नारियल आदि तलने से पहले मिश्रण में मिला सकते हैं।।
- जैन भोजन के लिए प्याज़-लहसुन-अदरक का उपयोग न करें।
- दाल को पीसते समय पानी का इस्तेमाल बिल्कुल कम करें। मिश्रण अधिक पतला न हो पाए।
- मिश्रण अगर पतला हो जाय तो सुखी उडद दाल पीस कर उसका आटा मिला दें। सूजी या रवा भी मिलाया जा सकता है।
- अक्खा जीरा, धनिया मौजूद न होने पर जीरा-धनिया पाउडर इस्तेमाल कर सकतें हैं।
- मेदू वड़ा में हम अजवाइन भी मिला सकतें हैं, इससे खुशबू, स्वाद और हाजमे में इज़ाफा होता है।
- मेदू वड़ा तलते समय जब रंग बदलने लगे तब तेल से निकालकर कुछ देर अलग प्लेट पे रखें। थोड़ा ठंडा होने पर फिर से सुनहरा-भूरा होने तक वड़ा को तलें, ऐसा करने से वड़ा अंदर से अच्छी तरह पक जाता है।
- दाल मिश्रण को वड़ा का रूप देने के लिए हाथ को हमेशा पानी से भिगो लें।
- वड़ा को गोल करने के लिए ज़िप लॉक बैग के ऊपर मिश्रण रखकर भी गोल कर सकतें हैं। निम्न में दिए हुए चित्र को देखें:

