मीठी पंजाबी लस्सी रेसिपी जानने के लिए स्वादिस्ट रेसिपी में आपका स्वागत है। भारतीय भोजन शैली में दूध-दही-लस्सी, का योगदान महत्वपूर्ण है। प्राचीन काल से लेकर इस अत्याधुनिक दशक में भी दूध और दूध से बने विभिन्न व्यंजनों की मांग स्थायी और लोकप्रिय भी है।
हम में से किसी-किसी को दूध पसंद नही है। उनके लिए इसका समाधान है दही (Curd), घी, मक्खन या पनीर।
दूध जितना ही फायदा हमे दही से मिलता है। ऊपर से अतिरिक्त लाभ की बात यह है कि दूध, दही बनने से विटामिन सी की वृद्धि होती है।
दही से सेहत का लाभ हम सबको पता ही है। यह पाचन क्रिया, हजम शक्ति आदि को मजबूती देने में सहायक सिद्ध है। गर्मी के मौसम में लस्सी हमारे शरीर को शीतलता प्रदान करने में सहायक है। बाजार में मिलने वाली कृत्रिम पेय के अनुपात में यह पेय अधिक गुणकारी और लाभकारी होता है।
दही लस्सी कई प्रकार की विधि से बनाए जाते हैं। यहाँ पर हम अति लोकप्रिय मीठी पंजाबी लस्सी की विधि साँझा कर रहें हैं।
निम्न में दिए हुए पद्धति अनुसरण करें;
व्यंजन शैली/Cuisine | भारतीय |
भोजन चुनाव | पेय (शाकाहारी) |
जैन व्यंजन | हाँ |
सामग्री तैयारी करने का समय | 5 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 5 Mins |
अंश भाग/पोरशन | 2-4 लोगों के लिए |
सामग्री
दही | 500gm |
चीनी पाउडर | 300 gm/ अथवा स्वाद अनुसार |
बादाम | 15 दानें |
इलाइची | 1 टुकड़ा |
गुलाब जल | 2 चम्मच |
पानी | वैकल्पिक |
बर्फ टुकड़े | 6-8टुकड़े |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- मिक्सी जार में चीनी, इलाइची बादाम को पीस लें।
- दही मिला कर मिक्सी में या व्हिसकर से फेंट लें।
- आव्यशकता हो तो थोड़ी पानी मिला दें (वैकल्पिक)।

- गुलाब जल मिलाएं और बर्फ के टुकड़े डालें। ठंडी लस्सी गिलास में परोसें।
टिप्स
- लस्सी बनाने के लिए दही जितना जमा हुआ या गाड़ा होगा परिणाम उतना अच्छा होगा।
- ध्यान रहें दही का स्वाद ज़्यादा खट्टा न हो। इससे चीनी की मात्रा बढ़ जाता है।
- गर्मी के समय यह जैविक शीतल पेय सेहद के लिए सेहत लाभकारक है।
- मधुमेह या डायबिटीज बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए चीनी या मीठा नुकसान दायक हो सकता है। इस बात का निश्चय ध्यान रखें।
- बाजार में मीठी स्वाद के लिए कई वैकल्पिक सामग्री उपलब्ध है। चीनी के स्थान पे वह सामग्री का प्रयोग कर सकतें हैं।
