
रोसोगोल्ला
यह व्यंजन भारत देश के पश्चिम बंगाल राज्य का सबसे अधिक प्रचलित रसदार मिष्ठान्न है। यह व्यंजन की प्रधान सामग्री केवल छेना और चीनी की चाशनी है। छेना तैयार करने की विधि जानने के लिए संदेश रेसिपी को देखें।
ऐसे बनाएं यह व्यंजन को।
ताज़ा छेना को हाथ से मसलकर मुलायम कर लेना होता है। उसके पश्चात मसले हुए छेना के छोटे छोटे लोई काटकर लड्डू का आकार दिया जाता है।
शक्कर और पानी मिलाकर पतली चासनी बनाकर पूर्ण आंच पर उबालना है। फिर उबलते हुए चासनी पर छेना के लड्डुओं को डालकर बीस मिनट तक पकाना है। मिष्ठान्न बनकर तैयार हो जाता है।
बिल्कुल कठिन नही है यह मिष्ठान्न को तैयार करना।
यह व्यंजन को बनाना बिल्कुल आसान है। सारी सामग्री साधारण है जो सभी के घर में उपलब्ध रहती है। यहाँ दिए हुए रेसिपी का अनुसरण करें और यह मिष्ठान्न को बड़ी सरलता से सिर्फ आधे घण्टे में बनाएं।
व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह व्यंजन पश्चिम बंगाल प्रदेश का एक उत्कृष्ट मिष्ठान्न है। यह बहु प्रचलित होने के साथ साथ लोकप्रिय भी है। यह मिष्ठान्न कोई भी अनुष्ठान, पूजा, पर्व, त्योहार के लिए श्रेष्ठ है। यह मिष्ठान्न स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है। दूध के सारे पौष्टिक गुण इस मिष्ठान्न में मौजूद है। यह मिष्ठान्न को हवा रहित डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखने से कम से कम तीन दिन तक ताज़ा रहता है।
इस तरह से करें यह व्यंजन का समावेश।
यह व्यंजन को मुख्य भोजन में मिष्ठान्न के तौर पर समावेश किया जा सकता है।
निम्न में दिए हुए विधि को अनुसरण करें और सरलता से बनाएँ यह व्यंजन ।
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन विधि शैली / Cuisine | पश्चिम बंगाल / पूर्व भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
व्यंजन प्रकार | मिष्ठान्न |
व्यंजन नाम | रोसोगोल्ला |
आहार के प्रकार
शाकाहारी आहार | हाँ |
सात्विक आहार | हाँ |
जैन आहार | हाँ |
रंधनपाक समय
सामग्री तैयार करने का समय | 10 Mins |
पकाने का समय / कुकिंग टाइम | 20 Mins |
कुल समय | 30 Mins |
सर्विंग
अंश | 4 व्यक्ति के लिए |
रोसोगोल्ला रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
व्यंजन तैयार करने के लिए सामग्री
चमचम के लिए मुख्य सामग्री
छेना (छेना तैयार करने की विधि के लिए संदेश रेसिपी देखें) | 200 gm |
घी | 2 tablespoon |
चासनी के लिए सामग्रियाँ
शक्कर | 200 gm |
गुलाब जल | 4 बूंद |
पानी (आवश्यकता अनुसार मिष्ठान्न पकाते वक्त चासनी को पतली करने के लिए अलग से गरम पानी का उपयोग करें।) | 4 कप / 800 ml |
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)
छेना को व्यंजन के लिए तैयार करने की विधि

- एक गहरे बर्तन में पानी डालकर उबालें। आंच को पूर्ण रखें।
- पानी उबलने पर शक्कर डालकर उबलने दें।
- कुछ देर तक पानी को करछुल से चलाकर शक्कर को अच्छी तरह से मिला दें। चिपचिपा होने तक उबालें।
- अब एक चम्मच से थोड़ी चासनी निकाल कर उंगली से परख लें। चिपचिपा अनुभव होने पर समझना चाहिए चासनी तैयार है। (यह चासनी के लिए एक तार या दो तार विधि की आवश्यकता नहीं है)।
चासनी को साफ करने की विधि

- उबलते चासनी पर दो टैब्लेस्पून दूध डालकर उबालें।
- चासनी के ऊपर कचरा तैरते हुए दिखाई पड़ेगा जिसे चम्मच से निकालकर अलग कर दें।
- चासनी तैयार है।आंच को बंद करें।

- छेना को कुछ देर तक हाथ से मसल कर मुलायम करें। छेना मुलायम होने पर एक टैब्लस्पून घी डालकर अच्छी तरह मिला दें। यह करने से खुशबू का परिणाम बहुत अच्छा होगा।
- हाथ पर थोड़ा घी लगाएं।
- मसले हुए छेना के छोटी छोटी लोई काट के दोनों हथेलियों के बीच में रखकर गोल घुमाएं।

- छेना के गोल लड्डु बना कर एक अलग तश्तरी पर रखें। लड्डू दरार रहित बनाएं।
- अब चासनी को पूर्ण आंच पर उबालें।
- छेना के लड्डुओं को उबलते चासनी पर धीरे धीरे एक एक करके डालें। चासनी उबलते रहनी चाहिए।

- जब चासनी घटकर कम होने लगे तभी गरम पानी थोड़ा थोड़ा डालते रहें। चासनी पतली रहें यह ध्यान रखें।
- मिष्ठान्न पकने पर फूलने लगेंगे एवं परत पर पतली पतली दरारें दिखने लगेंगी। यह समय को लगभग बीस मिनट लगता हैं।
- आंच को बंद करें। बर्तन को आंच पर से हटा दें।
मिष्ठान्न को चासनी में डालने की अंतिम विधि
- अब एक अलग गहरी कटोरी में दो कप गरम चासनी को डालें। दो कप ठंडा पानी डालकर चासनी को अच्छी तरह से मिला दें।
- गरम मिष्ठान्न को ठंडी चासनी में डाल दें।
- गुलाब सुगंध जल के बूंद डाल दें।
- मिष्ठान्न को चार घण्टे तक स्थिर रहने दें।
- मिष्ठान्न तैयार है।
परोसने की विधि
- यह मिष्ठान्न को कभी भी सेवन किया जा सकता है।
- मुख्य भोजन के साथ अथवा नाश्ते के समय परोसें।
व्यंजन का भंडारण करने की विधि
- मिष्ठान्न को हवा रहित डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखें। यह व्यंजन कम से कम तीन दिक तक ताज़ा एवं नरम मुलायम रहता है।
टिप्स:
- गाय के दूध से सबसे उत्कृष्ट छेना प्राप्त होता है। मिठाई का अंतिम परिणाम बहुत मुलायम एवं नरम होता है।
- भैंस का दूध से जो छेना प्राप्त होता है वह थोड़ा दानेदार और थोड़ा नरम सख्त होता है।
- बाजार में उपलब्ध पैकेट दूध से छेना तैयार करने के लिए हमेशा फुल क्रीम दूध का उपयोग करें, परिणाम मुलायम होगा।
- यह व्यंजन को तैयार करते समय थोड़ा शुद्ध देसी घी का प्रयोग करें। यह करने से खुशबू में वृद्धि होगी।
- यह मिष्ठान्न को बड़े गहरे बर्तन में तैयार करें। इसे फुले हए रखने के लिए एक दूसरे से जितना दूर रहेगा परिणाम उतना अच्छा आयेगा।
- मिष्ठान्न पकते वक्त पूरी तरह से तैरते रहना चाहिए। इस कारण चासनी की मात्रा संतुलित रखें जिससे मिष्ठान्न तैरता रहे।
- मिष्ठान्न को पकाते वक्त चासनी को पतली रखें। चासनी गाढ़ी होने पर मिष्ठान्न सख्त हो सकता है।
- व्यंजन में कृत्रिम गुलाब जल एसेंस का उपयोग करते समय खास ध्यान रखें। यह द्रव्य की खुसबू तीव्र एवं स्वाद कड़वा होता है।
- पारंपरिक तरीके से छेना को हाथ से मसलकर मुलायम किया जाता है एवं यह कार्य में थोड़ा वक्त लगता है। व्यंजन का परिणाम देखने में दानेदार होता है।
- नरम मुलायम मिष्ठान्न पाने के लिए छेना को अधिक देर तक न मसले। छेना से घी बाहर निकल अधिक मात्रा में न आ पाए।
- यह मिष्ठान्न पकने पर तुरंत ठंडी चासनी में स्थान्तर करें, परिणाम मुलायम स्पंजी होगा।
ऐसे करें छेना के पानी का उपयोग।
- छेना के पानी को एक अलग कांच के बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें जो कभी भी दूध को फाड़ने के लिए उपयुक्त है।
- पूरी, पराठा अथवा भटूरे के लिए आटा गूंथते समय छेना के पानी का उपयोग करने से परिणाम अच्छा होता है।
- पनीर की सब्ज़ी अथवा अन्य सब्ज़ी को पकाते वक्त यह पानी को उपयोग में लाएं। यह पानी में दूध के सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
FAQ
Q.क्या रसगुल्ला में मैदा होता है?
Ans :- रसगुल्ला की प्रधान सामग्री छेना है। छेना अच्छा होने पर कुछ भी मिलाने की आवश्यकता नही पड़ती। आवश्यकता अनुसार थोड़ा अरारूट मिलाया जा सकता है।
Q.आप रसगुल्ला को कैसे नरम और फूला हुआ रखते हैं?
Ans :- नरम और फूला हुआ रसगुल्ला तैयार करने के लिए गाय के दूध से प्राप्त किया गया छेना सबसे उपयुक्त है। रसगुल्ला नरम, मुलायम एवं फूला हुआ प्राप्त होगा।
गरम रसगुल्ला को तुरंत ठंडी चासनी में डाल देने से भी यह मिष्ठान्न फूला हुआ रहता है।
Q.स्पंज रसगुल्ला किससे बनता है?
Ans:- स्पंजी रसगुल्ला गाय के दूध से प्राप्त छेना से बनाया जाता है। छेना मलाई वाला दूध का होना चाहिए।
Q.रसगुल्ला का स्वाद कैसा होता है?
Ans :- रसगुल्ला का स्वाद मीठा होता है। परंतु इसकी मिठास थोड़ा कम रखा जाता है और चासनी में पानी मिलाकर पतली कर दी जाती है।
Q.रसगुल्ला को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
Ans :- आपको जानकर हैरानी होगी कि रसगुल्ला को अंग्रेजी में ‘सिरप भरा रोल’ के नाम से जाना जाता है।
Q.क्या रसगुल्ला सेहत के लिए अच्छा है?
Ans :- छेना को चासनी में उबालकर तैयार किया जाता है। छेना में दूध के सारे पौष्टिक तत्व मौजूद रहते हैं एवं यह प्रोटीन का स्रोत है। परंतु मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को मिष्ठान्न का इसका सेवन नियंत्रित मात्रा में करना ही उचित होता है।
Q.रसगुल्ले सख्त क्यों हो जाते हैं?
Ans :- रसगुल्ले सख्त होने के कई कारण हैं जैसे,
छेना को मलाई रहित दूध से प्राप्त किया गया हो, अथवा छेना को अधिक मसल दिया गया हो जिससे घी निकलने लगा, अथवा पकाते वक़्त उबाल में कमी हो गई हो अथवा, पकाने का बर्तन छोटा है, अथवा रसगुल्ला बनाने के बाद दो दिन से अधिक दिन तक रखा गया हो।
Q.रसगुल्ला की उत्पत्ति कहाँ से हुई?
Ans :- पश्चिम बंगाल ।
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