
साबूदाने की खीर रेसिपी: हर कोई त्यौहार, अनुष्ठान, भोज निमंत्रण पर बनाए यह स्वादिष्ट मिष्टान्न।
यह व्यंजन समग्र भारत में एक प्रचलित खाद्य व्यंजन है। यह एक सात्विक व्यंजन होने के कारण कोई भी सेवन कर सकते हैं एवं बहुत सरलता से बन जाता है इसलिए कभी भी बनाया जा सकता है। सभी को यह व्यंजन पसंद आता है। यह व्यंजन स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी है।
यह व्यंजन बढ़ते हुए बच्चों के लिए बहुत उपयुक्त है।
यहां पर जो रेसिपी बताई गई है उसे अनुसरण कर घर में यह व्यंजन को आसानी से तैयार किया जा सकता है।
यह व्यंजन को बनाने के लिए निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
व्यंजन शैली / Cuisine | सर्वभारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
भोजन प्रकार | मिष्ठान्न |
व्यंजन नाम | साबूदाने की खीर |
सात्विक | हाँ |
जैन व्यंजन | हाँ |
साबूदाना भिगोने का समय | 2 घण्टे |
सामग्री तैयारी करने का समय | 2 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 15 Mins |
कुल समय | 2 hr 17 mins |
अंश / पोर्शन | 2 व्यक्ति के लिए |
साबूदाने की खीर रेसिपी के लिए सामग्री | ingredients
साबूदाने (मोटा दाना) (रात को भिगो दें, चार घंटा लगता है) | 100 gm |
दूध | 1 litre |
शक्कर | 120 gm |
छोटी इलायची | 2 इलायची |
लौंग | 4 लौंग |
किसमिस | 2 tablespoon |
टुटीफ्रूटी | 2 teaspoon |
काजू | 10 काजू |
केसर की किस्में | 6 किस्में |
घी | ½ teaspoon |
सजाने के लिए | |
बादाम (बारीक कटा हुआ) | 6 बादाम |
टुटीफ्रूटी | 2 teaspoon |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- पानी डालकर साबूदाना को धोकर एक गहरी कटोरी में पानी में भिगों दे। चार घण्टे तक रहने दें। (रात में भी भिगोकर रखा जा सकता है)।
- सामग्रियों को तैयार रखें।
- साबूदाना को छलनी में छान लें। पानी को छलनी से झड़ जाने दें। अलग रखें।
- धीमी आंच पर पैन में दूध को डालकर गरम होने दें।
- दूध उबल जाने पर धीरे धीरे चलाते रहें।
- साबूदाने को डालकर करछुल से कुछ देर चलाते रहें। धीमी आंच पर उबलने दें।

- साबूदाने फूल जाने पर शक्कर डाल कर मिला दें।
- करछुल से चलाते रहें।
- शक्कर गल जाने पर इलायची, लौंग डाल दें।
- केसर के किस्में को एक चम्मच गुनगुना गर्म दूध में घोलकर पैन में डाल कर मिला दें।

- मिश्रण को कुछ देर चलाकर अच्छी तरह मिला दें। केसर के रंग को अच्छी तरह घुलने दें।
- मीठे स्वाद को परख लें। आवश्यकता अनुसार स्वाद को संतुलित करें।
- आँच को बंद करें।
- किसमिस, काजू, डालें एवं आधा चम्मच गर्म घी डालकर मिश्रण में अच्छी तरह मिला दें।
- ऊपर से कटे हुए बादाम, टूटी फ्रूटी छिड़कें।
- व्यंजन तैयार है।
- भोजन के साथ गरम या फिर ठंडा परोसें।
टिप्सः
- व्यंजन तैयार करते समय सामग्री की मात्रा को घटाया या बढ़ाया जा सकता है। संतुलन और स्वाद का ध्यान रखें।
- यह व्यंजन तैयार करने के लिए मोटे साबूदाने का चयन किया गया है। पसंद अनुसार छोटे दाने का चयन किया जा सकता है।
- साबूदाना को अधिक पानी में न भिगोए। बर्तन में साबूदाने के अनुसार उतना ही पानी डालें जिसमे साबूदाना बस थोड़ा सा डूबा रहे।
- साबूदाना को बिल्कुल मुलायम पकाने के लिए पैन को दो मिनट तक ढक दें। आँच को धीमी रखें। दाने को भाप में पकने दें।
- बुजुर्गों का ध्यान रखते हुए शक्कर का उपयोग कम करें।
- पसंद अनुसार थोड़ा गुलाब जल, केवड़ा जल, रोज़ सिरप भी मिलाया जा सकता है।
- यह व्यंजन में काजू को घी में तलकर भी मिलाया जा सकता है।
- व्रत या सात्विक आहार के लिए यह व्यंजन उपयुक्त है।
- यह व्यंजन ठंडा होते ही जम जाता है, इसलिए आवश्यकता अनुसार घनत्व को थोड़ा पतला रखें अथवा सेवन करते समय गर्म दूध मिलाकर पतला कर लें।
- फ्रिज में रख कर ठंडा कर सेवन करने में अच्छा लगता है। जिन्हें गरम पसंद है वे गरम गरम सेवन करें।
- यह व्यंजन को जल्दी तैयार करने के लिए घना दूध (कंडेंस्ड मिल्क) या मिल्कमेड का उपयोग किया जा सकता है।