
वनस्पति विज्ञान जगत में टमाटर को फल का दर्जा दिया गया है। हम सबके लिए फल हो या सब्जी टमाटर सबको पसंद है। चमकता लाल रंग, गोल आकार, खट्टा मीठा स्वाद, रसीला और नरम होने के कारण टमाटर सबका प्रिय खाद्य है।
इतिहास से पता चलता है कि टमाटर का आगमन भारत में 16वी शताब्दी में पोर्तुगेज़ के आगमन के साथ हुआ। विदेश से आने के कारण टमाटर को पश्चिम बंगला प्रदेश में बिलायती या बिलायती बैगन कहा जाता है।
भारत में टमाटर को अनुकूल आवोहवा मिलने से इसके फसल में खूब इज़ाफ़ा हुआ। उत्तराखंड प्रदेश में टमाटर की उपज सबसे ज्यादा होती है। वर्तमान समय में टमाटर के बिना रसोई घर में भोजन व्यंजन तैयार करना जैसे कठिन सा प्रतीत होता है।
टमाटर से बनी हुई चटनी, सॉस, ग्रेवी, जूस इत्यादि हम सबको अति प्रिय है।
टमाटर में पानी की मात्रा 95% होने के साथ, 4% कार्बोहायड्रेट, विटामिन बी, सी, इ, के, नियासिन, थायमिन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फोस्फोरोस, पोटैशियम इत्यादि पायें जातें हैं।
टमाटर से फायदा
★ टमाटर सेवन करने से मुँह के अंदर लार (saliva) का उत्पादन करने में सहायक है।
★ टमाटर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक है।
★ टमाटर में विटामिन सी होने के कारण त्वचा को स्वस्थ रखता है।
★ ताज़ा टमाटर जूस में पुदीना पत्त्ता, अजवाइन, काला नमक या सेंधा नमक मिलाकर नियमित सेवन करने से बदहजमी या अजीर्ण रोग से छुटकारा मिल सकता है।
★ ताज़ा टमाटर जूस डाइटिंग पालन करने में सहायक है। अधिक वजन को घटाते समय शरीर को संतुलित ऊर्जा प्रदान करने में सहायक बनता है।
★ टमाटर पीस कर त्वचा पे लगाने से त्वचा उज्ज्वल और स्वस्थ बनती है।
★ टमाटर में मौजूद लयकोपीन एंटीओक्सिडेंट का काम करता है जो शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को साफ करने में सहायक है।
एंटीओक्सिडेंट ऑक्सीजन मॉलिक्यूल, वह अणुकणिकायें होतें हैं जो शरीर के अंदर होने वाले रासायनिक विक्रियाओं से अपने आप असुंतलित हो जातें हैं और हमारे शरीर के स्वस्थ कोशिकाओं को हानी पहुँचाने लगते हैं।
★ टमाटर में मौजूद लयकोपीन शरीर के त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाकर नई कोशिकाओं को लाने में सहायक है। चेहरे से झूर्रिया कम करने में भी सहायक है।
★ शरीर को शीतलता प्रदान करता है । गर्मी के मौसम में लू से बचने के लिए नियमित टमाटर जूस का सेवन लाभ दायक है।