
भिंडी से जुड़ी हुई कुछ ख़ास बातें
भिंडी को अंग्रेज़ी में लेडीज़ फिंगर और ओकरा के नाम से जाना जाता है। भिंडी का आकार स्त्री के सुंदर पतले लंबे उंगली की भांति होने के कारण देश-विदेश में स्त्रियों को सम्मान देने हेतु नाम रखा गया लेडीज़ फिंगर।
यह नाम रखने के पीछे और कोई कारण या फिर कौन सी सदी में यह नामकरण हुआ, इसका कोई स्पष्ट विवरण नही मिलता। परन्तु इसे, स्त्री सशक्तिकरण (Women Empowerment) का एक सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है।
भिंडी ही एक ऐसी सब्ज़ी है जिसे मनुष्य जाति में स्त्री अंग के नाम से सम्मान प्राप्त हुआ है ‘लेडीज़ फिंगर’।
भिंडी उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय देशों में पाई जाती है।
भिंडी की फसल गर्म आबोहवा वाले स्थानों में उत्कृष्ट और उच्च मान की होती है। भिंडी फसल की सिंचाई में अन्य सब्ज़ी फसलों के अनुपात में पानी की मात्रा कम लगती है। सुखी भूमि, गर्म आबोहवा और कम पानी में होने के बावजूद भी भिंडी प्राकृतिक रूप से हमेशा लचीली और रसीली होता है।
भारत में भिंडी को बड़े ही चाव से खाई जाती है। उत्तर से पूर्व और पश्चिम से दक्षिण भिंडी से बने सब व्यंजनों का प्रचलन है। भिंडी मसाला, कुरकुरे भिंडी इत्यादि अधिक प्रचलित व्यंजनों में से हैं।
भिंडी का रंग हरा होने के साथ कई जगह में लाल भिंडी भी पाई जाती है। लाल भिंडी को पकाते समय अपने आप ही हरी बन जाती है।
भिंडी में लगभग 89% पानी की मात्रा होती है। हर मुख्य प्रकार के विटामिन( विटामिन सी, विटामिन के,थायमिन, फोलेट इत्यादि), डाइटरी फाइबर और खनिज लवण (पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, इत्यादि) मिलते हैं।
भिंडी को सब्ज़ी बनाकर, उबालकर, कच्चा सलाद बनाकर या फिर अचार बनाकर खाई जा सकती है।
भिंडी से फायदा
★ भिंडी में पोटेशियम, मैग्नीशियम, डाइटरी फाइबर मौजूद होने के कारण पाचन शक्ति और हाजमे में सहायक है।
★ शरीर में अल्कलाइन लेवल को संतुलित रखती है।
★ त्वचा को कोमल चमकदार बनाने में सहायक है।
★ पाचन तंत्र को मजबूती देकर कोलेस्ट्रॉल स्तर को संतुलित करने में सहायक है।
★ कब्ज़ की तकलीफ को दूर करने में सहायक है।
★ जोड़ों में दर्द या घुटनों में दर्द को कम करने में सहायक है।
★ हजम क्रिया को बढ़ावा देकर शरीर से अधिक वजन को घटाने में मदत करती है।
★ गर्भावस्था में पोषण प्रदान करती है।
★ भिंडी के लसलसे पदार्थ प्राकृतिक तौर से बड़ी और छोटी आंतों में फिसलन बनाये रखने में सहायक होते है।
★ नहाने से आधे घंटे पहले भिंडी को पीसकर त्वचा पर लगाकर नहाने से त्वचा मुलायम, चमकदार और स्वस्थ बनती है।
★ मुँह के अंदर सलाइवा, एंजाइम को बढ़ाने में सहायक है।