मैदा से तैयार होने वाले विभिन्न मिष्ठान्नों में बिहार राज्य के सिलाव अंचल का खाजा सुप्रसिद्ध है। यह मिष्ठान्न परतदार, ख़स्ता, कुरकुरा, मुलायम तथा नरम होकर एक अद्भुत सुस्वादु मिष्ठान्न है। विदेशी अल्पाहार नाश्ते में मिलने वाला नमकीन व्यंजन पफ को देखने से खाजा का ही स्वरूप लगता है। पारंपरिक तौर पर यह मिष्ठान्न को ५२ परत देकर तैयार किया जाता है।
सिलाव अंचल बिहार के नालंदा प्रदेश के नज़दीक है। नालंदा को प्राचीन समय से ही समग्र पृथ्वी में ख्याति प्राप्त है।
अंग्रेज़ी सन 2015 साल में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने यह मिष्ठान्न पकवान कार्य को उद्योग की स्वीकृति प्रदान की एवं भौगोलिक संकेत के लिए जी आई टैग प्रदान किया गया।
यह मिष्ठान्न को अंतराष्ट्रीय परिचय प्राप्त है। सिलाव के अलावा यह मिष्ठान्न और एक प्रसिद्ध नगरी राजगीर में भी तैयार किया जाता है।
मिलता जुलता व्यंजन हैदराबाद में बनता हैं जिसे मदाता खाजा एवं महाराष्ट्र में चिरोटे कहा जाता है।
यहाँ यह रेसिपी में आगे बताया गया है किस तरह से यह व्यंजन को तल कर तैयार किया जाता है।
यह व्यंजन चाय नाश्ता, बच्चों के टिफ़िन अथवा घर में कोई भी अनुष्ठान में भोजन के लिए उपयुक्त है। धर्म अनुष्ठान, अतिथि सत्कार, पूजा आदि के लिए यह एक उपयुक्त मिष्ठान्न है।
इस रेसिपी में यह व्यंजन को तैयार करने लिए बिल्कुल सरल विधि बताई गई है। निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
मैदा में छ चम्मच गला हुआ घी डालें,आधा चाय चम्मच नमक डालकर मिला दें। मुट्ठी में मैदा डालकर दबाने पर लड्डू बन जाय तो समझना चाहिए कि घी का परिणाम सही है। वहीं लड्डू न बनने पर अव्यश्यक्ता अनुसार थोड़ा और घी मिला दें।
अब आटा में आवश्यकता अनुसार थोड़ा थोड़ा पानी डालकर हाथ से मसलकर नरम सख्त मुलायम कर के मैदा को गूंथ लें। मैदा को दस मिनट के लिए फूलने के लिए रखें।
शक्कर की चासनी तैयार करें। एक गहरे बड़े बर्तन में पानी गरम करें। दो लौंग, एक छोटी इलायची डालें। पानी उबल जाने पर शक्कर को पानी में डाल दें। एक टेब्लस्पून निम्बू का रस डाल दें।
चासनी एक तार जितना चिपचिपा होने पर आँच को बंद कर दें। गुलाब जल के दो बूंद डाल दें। चासनी को अलग रखें।
अब मैदा के छोटे छोटे लोई काटकर लड्डू का आकार करें।
एक छोटी कटोरी में चार चम्मच मैदा और तीन चम्मच घी डालकर मुलायम मिश्रण तैयार करें। अलग रखें।
अब एक लोई को लेकर बेलन द्वारा पतला करके फैलाकर बेलें। इस तरह कम से कम पांच रोटी बेलें।
अब एक रोटी के ऊपर मैदा घी से बना मिश्रण को फैलाकर लेप लगा दें। यह रोटी के ऊपर एक दूसरी रोटी रखें। दूसरी रोटी के ऊपर की भाग पर घी मैदा के मिश्रण को लगाएं। इस तरह बारी बारी से पांचों रोटियों को एक के ऊपर रखें।
पांचवी रोटी के ऊपर के भाग पर मिश्रण न लगाएं।
अब बेलन से रोटियों को बिल्कुल हल्के से बेलकर फैला दें। हवे के बुलबुले दिखने पर धीरे धीरे से बेलकर उसे निकाल दें।
अब एक किनारे से रोटी को लंबा रोल करें।
रोल के दोनों तरफ के किनारों को थोड़ा थोड़ा काटकर अलग कर दें।
अब समान माप से लगभग दो इंच जितना एक एक टुकड़ा काट लें।
चकले बेलन द्वारा एक एक टुकड़ों को हल्का दबा कर तीन इंच या चार इंच जितना लंबा कर दें। परतवाली किनारे की ओर से न दबाएं। केवल सादा किनारों की ओर से बेलना है।
मध्यम आंच पर सनफ्लॉवर तेल गरम करें। एक एक करके सुवर्ण भूरा होने तक तलें।
तले हए व्यंजन को कुछ देर टिश्यू पेपर पर रखें। अतिरिक्त तेल झड़ जाने दें।
तुरंत गरम चासनी में डालें।
चासनी से मिष्ठान्न को निकाल कर पिसी हुई शक्कर में लपेट दें।
मिष्ठान्न तैयार है, इसे खाएं और खिलाएं।
बिल्कुल कठिन नही है यह मिष्ठान्न को तैयार करना
यह व्यंजन को बनाना बिल्कुल आसान है। सारी सामग्री साधारण है जो सभी के घर में उपलब्ध रहती है। यहाँ दिए हुए रेसिपी का अनुसरण करें और यह मिष्ठान्न को बड़ी सरलता से सिर्फ आधे घण्टे में बनाएं।
व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह कम से कम दो हफ्तों तक ताज़ा रहता है। लंबे सफर में घर में बने भोजन व्यंजनों के संग लेने के लिए यह उपयुक्त है।
इस तरह से करें यह व्यंजन का समावेश
यह व्यंजन को मुख्य भोजन में मिष्ठान्न के तौर पर, अतिथियों के स्वागत भोजन, लंबे मुसाफरी इत्यादि जैसे आवश्यकताओं में इसका समावेश किया जा सकता है।
निम्न में दिए हुए विधि को अनुसरण करें और सरलता से बनाएँ यह व्यंजन
इस तरह से सभी रोटियों को एक के ऊपर एक एवं साटा का लेप लगा दें। अंतिम रोटी के ऊपर साटा न लगाएं।
अब बेलन से रोटियों को बिल्कुल हल्के से बेलकर फैला दें। हवे के बुलबुले दिखने पर धीरे धीरे से बेलकर उसे निकाल दें।
अब एक किनारे से रोटी को लंबा रोल करें।
रोल के दोनों तरफ के किनारों को थोड़ा थोड़ा काटकर अलग कर दें।
अब समान माप से लगभग दो इंच जितना एक एक टुकड़ा काट लें।
कटे हुए किनारों को देखने से घूमी हुई परत दिखाई देगी।
अब चकले पर कटे हुए टुकड़ों को रख कर उँगली से हल्का दबा दें।
बेलने की विधि
चकले पर बेलन द्वारा एक एक टुकड़ों को हल्का दबा कर तीन इंच या चार इंच जितना लंबा कर दें। परतवाले किनारो की ओर से न दबाएं। केवल सादा किनारों की ओर से बेलना है। अलग बर्तन में रखें।
मध्यम आंच पर सनफ्लॉवर तेल गरम करें। एक एक करके सुवर्ण भूरा होने तक तलें।
तले हए व्यंजन को कुछ देर टिश्यू पेपर पर रखें। अतिरिक्त तेल झड़ जाने दें।
सब तल जाने पर आँच बंद करें।
चासनी एवं सजावट की विधि
तले हुए व्यंजन को तुरंत गरम चासनी में डालें। (चासनी को मध्यम गरम रखें।)
चासनी से मिष्ठान्न को निकाल कर पिसी हुई शक्कर में लपेट दें।
मिष्ठान्न तैयार है।
भंडारण की विधि
यह मिष्ठान्न को हवारहित डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखने से कम से कम सात दिन अथवा उससे भी कुछ अधिक दिन ताज़ा रहता है।
परोसने की विधि
यह ठंडे मिष्ठान्न को सुबह के नाश्ते में, मुख्य भोज में शामिल करें।
अतिथियों को भी परोसें।
टिप्स
मोयन के लिए घी का उपयोग करें, मिष्ठान्न का परिणाम बहुत अच्छा होगा।
तलते समय आँच को मध्यम एवं धीमी के बीच रखें। परिणाम ख़स्ता, कुरकुरा होगा।
चासनी में गुलाबजल देने पर सुगंध में वृद्धि होगी।
आवश्यकता पड़ने पर तैयार की हुई चासनी को पतली करने के लिए अलग से केवल गरम पानी का ही उपयोग करें।
यह मिष्ठान्न को तैयार करने के लिए जितनी परत की रोटी लगाई जायेगी परिणाम उतना अधिक परतदार, ख़स्ता होगा।
पारंपरिक तौर पर सिलाव स्थान पर हलवाई ५२ परतवाली बनाते हैं। यहाँ रेसिपी में पांच परतवाली की गई है।
उबलते चासनी पर दो टैब्लेस्पून निम्बू का रस डालकर उबालें। इससे चासनी साफ चमकदार बनेगी एवं जमकर सूखेगी नहीं।
यह मिष्ठान्न तैयार होने के एक दिन बाद से सेवन करने पर अधिक स्वादिष्ट अनुभव होता है।