
पान्तुआ
यह व्यंजन भारत देश के पश्चिम बंगाल राज्य का एक प्रसिद्ध एवं पारंपरिक रसदार मिष्ठान्न है। यह मिष्ठान्न की प्रधान सामग्री केवल छेना है जिसमे थोड़ा सूजी, खोया और मैदा मिलाकर मुलायम मिश्रण तैयार किया जाता है। मिश्रण को गोल लड्डू आकार देकर घी अथवा तेल में तलकर चीनी की चाशनी में डुबोकर रखा जाता है।
यह तले हुए मिष्ठान्न के समूह में पड़ता है। यह मिष्ठान्न का गठन गोल, मुलायम एवं नरम, रसीला तथा भूरा रंग का होता है।
यह मिष्ठान्न का और एक मिलता जुलता प्रकार है गुलाब जामुन।
छेना तैयार करने की विधि जानने के लिए संदेश रेसिपी को देखें।
- पान्तुआ
- ऐसे बनाएं यह व्यंजन को।
- बिल्कुल कठिन नही है यह मिष्ठान्न को तैयार करना।
- व्यंजन की विशेष ख़ासियत
- इस तरह से करें यह व्यंजन का समावेश।
- निम्न में दिए हुए विधि को अनुसरण करें और सरलता से बनाएँ यह व्यंजन ।
- सर्विंग
- पान्तुआ रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
- व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)
- व्यंजन का भंडारण करने की विधि
- टिप्स:
- FAQ
ऐसे बनाएं यह व्यंजन को।
ताज़ा छेना को मसलकर मुलायम किया जाता है। छेना में खोया,सूजी, मैदा मिलाकर मिश्रण तैयार करने के बाद गोल लड्डू आकार दिया जाता है। उन छेना मिश्रण लड्डुओं को घी में अथवा तेल में धीमी आंच पर तला जाता है।
तले हुए छेना के लड्डुओं को चासनी में डुबोकर लगभग तीन से चार घण्टे तक रख देना होता है।
इस तरह से यह स्वादिष्ट मिष्ठान्न, सेवन के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाता है।
बिल्कुल कठिन नही है यह मिष्ठान्न को तैयार करना।
यह व्यंजन को बनाना बिल्कुल आसान है। सारी सामग्री साधारण है जो सभी के घर में उपलब्ध रहती है। यहाँ दिए हुए रेसिपी का अनुसरण करें और यह मिष्ठान्न को बड़ी सरलता से सिर्फ आधे घण्टे में बनाएं।
व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह व्यंजन एक उत्कृष्ट मिष्ठान्न है। यह बहु प्रचलित होने के साथ साथ लोकप्रिय भी है। यह मिष्ठान्न कोई भी अनुष्ठान, पूजा, पर्व, त्योहार के लिए श्रेष्ठ है। यह मिष्ठान्न स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है। दूध के सारे पौष्टिक गुण इस मिष्ठान्न में मौजूद है। यह मिष्ठान्न को हवा रहित डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखने से कम से कम चार दिन तक ताज़ा रहता है।
इस तरह से करें यह व्यंजन का समावेश।
यह व्यंजन को मुख्य भोजन में मिष्ठान्न के तौर पर समावेश किया जा सकता है।
निम्न में दिए हुए विधि को अनुसरण करें और सरलता से बनाएँ यह व्यंजन ।
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन विधि शैली / Cuisine | पश्चिम बंगाल / पूर्व भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
व्यंजन प्रकार | मिष्ठान्न |
व्यंजन नाम | पान्तुआ |
आहार के प्रकार
शाकाहारी आहार | हाँ |
सात्विक आहार | हाँ |
जैन आहार | हाँ |
रंधनपाक समय
सामग्री तैयार करने का समय | 10 Mins |
पकाने का समय / कुकिंग टाइम | 20 Mins |
कुल समय | 30 Mins |
सर्विंग
अंश | 4 व्यक्ति के लिए |
पान्तुआ रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
व्यंजन के लिए सामग्री एवं उसकी मात्रा
पान्तुआ के लिए मुख्य सामग्री
सामग्री | मात्रा |
छेना (छेना के लिए संदेश रेसिपी देखें) | 200 gm |
खोया (कसा हुआ) | 50 gm |
सूजी (भिगोई हुई, पानी छाना हुआ) | 2 tablespoon |
मैदा | 1 टीस्पून |
घी | 1 tablespoon |
तलने के लिए
घी / सनफ्लॉवर तेल | आवश्यकता अनुसार |
चासनी के लिए सामग्रियाँ
शक्कर | 200 gm |
गुलाब जल | 4 बूंद |
पानी | 4 कप / 800 ml |
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)
चासनी तैयार करने की विधि

- पूर्ण आंच पर बर्तन में पानी डालकर उबालें।
- शक्कर को पानी में डालकर कुछ देर तक उबालें।
- शक्कर पूरी तरह से गल जाने पर करछुल से पानी को कुछ देर तक चला दें।
- कुछ देर बाद चासनी के एक बूंद को उंगली में लगा कर परखें। थोड़ी चिपचिपी होने पर समझना चाहिए कि चासनी तैयार है।

- चासनी को थोड़ी पतली रखें। अधिक गाढ़ा न होने दें।
चासनी को साफ करने की विधि
- अब उबलते हुए चासनी पर एक टैब्लेस्पून दूध डालकर कुछ देर उबालें।
- कुछ देर बाद जब चासनी के उपर मलाई जैसी कोई वस्तु तैरते दिखे तब छलनी से उसे छानकर अलग कर देना है।
- चासनी तैयार है। आंच बंद करें एवं बिल्कुल ठंडी होने दें। ठंडी होने पर उपयोग करें।
छेना मिश्रण तैयार करने की विधि

- छेना को कुछ देर तक हाथ से मसल कर मुलायम करें। छेना मुलायम होने पर एक टैब्लस्पून घी डालकर अच्छी तरह मिला दें। यह करने से खुशबू का परिणाम बहुत अच्छा होगा।
- मसले हुए छेना में कसा हुआ खोया डालकर अच्छी तरह से मिला दें।
- मसले हुए छेना में गीली सूजी मिला कर अच्छी तरह मिला दें।
- छेना मिश्रण को लंबे बेलनाकार करें।(चित्र संख्या 10 को देखें)।
- अब हथेली पर थोड़ा घी लगाकर चिकना कर लें। छेना मिश्रण से निम्बू जितनी लोई काट लें एवं एक-एक लोई को हथेली में घुमाकर गोल लड्डू जैसा बना लें।
- एक अलग थाली पर रखें।
- अब धीमी आंच पर एक गहरे बर्तन में घी अथवा सनफ्लॉवर तेल डालकर गरम करें।
- अब एक एक करके लड्डुओं को गर्म तेल में डालें।
- बिल्कुल धीमी आंच पर लड्डुओं को सुवर्ण भूरा होने तक तलें।
- लड्डूएँ तल जाने पर आंच को बंद करें। व्यंजन को अलग थाली पर रखें। थोड़ा ठंडा होने दें।
- अब लड्डुओं को चासनी में धीरे धीरे डाल दें।
- गुलाब सुगंधित जल डाले।
- कम से कम तीन से चार घण्टे तक मिष्ठान्न को स्थिर रहने दें। फ्रिज में रखें।

परोसने की विधि
- मिष्ठान्न को नाश्ते के वक़्त अथवा मुख्य भोजन के वक्त परोसें।
व्यंजन का भंडारण करने की विधि
- मिष्ठान्न को हवा रहित डिब्बे में भरकर फ्रिज में रखें। यह व्यंजन कम से कम चार दिन तक ताज़ा रहता है।
टिप्स:
- गाय के दूध से सबसे उत्कृष्ट छेना प्राप्त होता है। मिठाई का अंतिम परिणाम बहुत मुलायम एवं नरम होता है।
- भैंस का दूध से जो छेना प्राप्त होता है वह थोड़ा दानेदार और थोड़ा नरम सख्त होता है।
- बाजार में उपलब्ध पैकेट दूध से छेना तैयार करने के लिए हमेशा फुल क्रीम दूध का उपयोग करें, परिणाम मुलायम होगा।
- यह व्यंजन को तैयार करते समय थोड़ा शुद्ध देसी घी का प्रयोग करें। यह करने से खुशबू में वृद्धि होगी।
- व्यंजन में कृत्रिम गुलाब जल एसेंस का उपयोग करते समय खास ध्यान रखें। यह द्रव्य की खुसबू तीव्र एवं स्वाद कड़वा होता है।
- पारंपरिक तरीके से छेना को हाथ से मसलकर मुलायम किया जाता है एवं यह कार्य में थोड़ा वक्त लगता है। व्यंजन का परिणाम देखने में दानेदार होता है।
- गरम चासनी में पान्तुआ के गेंदों को गरम रहते बिल्कुल न डालें। मिष्ठान्न फूलने के बजाय दब जाएगा।
- यह मिष्ठान्न को तैयार करने के लिए कोई भी सोडा डालने की आवश्यकता नहीं है। छेना अच्छा होने से मिष्ठान्न अपने आप ही फूल जायगा।
- छेना के गेंदों को बिल्कुल धीमी आंच पर तलें। अंदर का भाग ठीक से पकेगा।
ऐसे करें छेना के पानी का उपयोग।
- छेना के पानी को एक अलग कांच के बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें जो कभी भी दूध को फाड़ने के लिए उपयुक्त है।
- पूरी, पराठा अथवा भटूरे के लिए आटा गूंथते समय छेना के पानी का उपयोग करने से परिणाम अच्छा होता है।
- पनीर की सब्ज़ी अथवा अन्य सब्ज़ी को पकाते वक्त यह पानी को उपयोग में लाएं। यह पानी में दूध के सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
FAQ
Q.पंतुआ और गुलाब जामुन में क्या अंतर है?
Ans:- पान्तुआ अथवा पंतुआ तैयार करने के लिए ताज़े छेना का उपयोग किया जाता है। छेना में थोड़ी सूजी, मैदा एवं खोया का भी उपयोग किया जाता है। यह मिष्ठान्न को तलकर तैयार किया जाता है।
गुलाब जामुन को तैयार करने के लिए मुख्य सामग्री खोया है जिसे मैदा में मिलाकर दूध मिलाकर मिश्रण तैयार किया जाता है। यह मिष्ठान्न में छेना का उपयोग नही किया जाता है। यह मिष्ठान्न भी तलकर तैयार होता है।
Q.पंतुआ मीठाई क्या है?
Ans:- -पंतुआ (बंगला भाषा- পান্তুয়া) भारतीय देश के पूर्वांचल पश्चिम बंगाल अंचल की एक बंगाली खाद्य शैली की मिठाई है। यह एक पारंपरिक बंगाली मिठाई है जो छेना,सूजी,घी मिलाकर तैयार की जाती है। अंतिम चरण पर मिश्रण की तली हुई गेंदों को चासनी में डुबो दिया जाता है। यह मिष्ठान्न को चासनी सहित परोसा जाता है।
Q.क्या बंगाली मिठाई स्वस्थ हैं?
Ans:- बंगाली मिठाई ताज़ा छेना से बनती है एवं स्वस्थ है। छेना प्रोटीन, कैल्शियम, तथा विटामिन का स्रोत है। परन्तु मिठाई का मीठा स्वाद शक्कर से होता है। इसलिए इसे नियंत्रित मात्रा में सेवन करना उचित है। डायबिटीज अथवा मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को मीठे व्यंजन से परहेज़ करना चाहिए।
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