भारतीय शैली के खाने में चटनी (Chutney)न हो तो ऐसा लगता है के स्वाद में कही कुछ कम रह गया | कोई भी खाना या व्यंजन हो,उसके संग चटनी तो चाहिए ही चाहिए | चटनी ,उंगली और स्वाद का खास रिश्ता जो है।
समोसा से लेकर पापड़ या फिर सैंडविच से लेकर पकौड़े कुछ भी हो ,चटनी के बिना जैसे वह सब अधूरे |
हॉटेल या रेस्टोरेंट में भी हम देखते हैं की खाने के साथ चटनी आना अनिवार्य है |
साग – पत्ते से बना यह चटनी रेसिपी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी है | चटनी के चटपटा स्वाद और विटामिन के गुणों से भरपूर है यह ग्रीन चटनी | कोई भी खाने के साथ खायें ,सब्ज़िओं के ग्रेवी में भी मिलायें और चटनी के स्वाद का आनंद उठायें |
यह चटनी बच्चों को भी बोहोत पसंद आते हैं जैसे की सैंडविच में मिला सकते हैं | हर उम्र के लोगों के हाजमे का भी ख्याल रखता और पाचन शक्ति भी बढ़ाती है यह चटकदार ग्रीन चटनी |
तो इंतज़ार किस बात का,चलिए बनाते हैं चटनी।बनाना बेहद आसान है | रेसिपी देखिये और झटपट बनाइये ग्रीन चटनी |
व्यंजन शैली/Cuisine | भारतीय/इंडियन |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
व्यंजन | चटनी |
जैन व्यंजन | हाँ |
सामग्री तैयारी करने का समय | 10 Mins |
पकाने का समय | 10 Mins |
कुकिंग टाइम | 20 Mins |
ग्रीन चटनी के सामग्री | Green Chutney Ingredients
पालक | 100 gm |
धनिया पत्ता | 50 gm |
पुदीना पत्ता | 50 gm |
दही | 2 -3 tablespoon |
चिनी | 1 tablespoon (या स्वाद अनुसार) |
निम्बू (रस) | 1 pcs |
विनेगर | 1 – 2 टेबल स्पून(स्वाद अनुसार ) |
नमक | स्वाद -अनुसार |
साग पत्तों को उबलते समय खानेका सोडा | 1 teaspoon |
बनाने का प्रणाली (प्रिपरेशन मेथड) | Preparation Method
1 पालक,धनिया पत्ता,पुदीना के डंडी निकल कर अच्छी तरह साफ़ करके पानी में धों लें | पालक के मोटे तने वाली डंडी को निकाल दें।

2 कढ़ाई में पानी उबालें और खाने का सोडा मिलाएं | साग और पत्तों को उबलते पानी में डाल दें

3 पांच से दस मिनट बाद एक चम्मच से पालक का डंडी काटके देखें | डंडी कट जाएँ तो समझना चाहिए साग और पत्तें पक गयें है |

4 ठंडा होने पर मिक्सी में पीस लें | बिलकुल स्मूथ पेस्ट बना लेना है |

5 साग पत्ते के पेस्ट में दही,चीनी ,निम्बू का रस ,विनेगर, नमक मिला दें | स्वाद खट्टा – मीठा कर लें | ग्रीन चटनी तैयार है।


6 ग्रीन चटनी को पकौड़े ,पराठे,सैंडविच ,पापड़,वेफर्स, आदि के साथ परोसे |

टिप्स :
- गरम उबलते हुए पानी में सबसे पहले खाने का सोडा डालना चाहिए |
- साग पत्तोंको पानी उबलने के बाद ही डालें |
- सोडा से पत्तों का रंग ताज़ा रहता है |
- चटनी को फ्रीज में एक हफ्ते तक स्टोर कर सकते हैं |
- चटनी हमेशा चम्मच से ही निकालें।
- चटनी स्वादिष्ट होने के साथ पौस्टिक भी है।इससे आप शर्बत जैसा घोल कर पी सकतें हैं जो हाजमें के लिए लाभदायक भी होगा।
- ग्रीन चटनी से पाचन शक्ति भी विकसित होता है।
- गर्मी के समय या लू लग जाय तो इस चटनी का शर्बत पीने से लाभ मिलता है।शरीर को ठंडा रखने में यत्नशील है।
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Nice Recipe