पराठें देखने में जितना लुभावने, उतना ही खाने में भी स्वादिष्ट होता है। बच्चों के टिफ़िन से लेकर कोई भी उत्सव त्यौहार में पराठे हमारे भोजन शैली का एक अभिन्न अंग बन चुका है। खाने में कुछ भी हो मगर, लौकी न हो तो जैसे अधूरा सा लगता है।
पराठों का सिलसिला हमारे देश में सदियों से चली आ रही है, जिसके रंग-रूप का वर्णन खाने और खिलाने से ही बनता है।
घर में कोई सब्ज़ी हो, बस आटा या मैदा में मिला दें, फिर गोल, त्रिकोण या लच्छा बना दें, तेल में तल लें तो पराठा तैयार, है न आसान।
आइये आज हम बनाएं लौकी के पराठे। लौकी (bottle gourd) जिसे दुद्धी या घीया के नाम से भी जाना जाता है। लौकी लंबी हो या गोल बेहद आसानी से कहीं भी मिल जाता है। लौकी देखने में जितना मन मोहक होता है उतना ही खाने में भी स्वादिष्ट होता है। यह हमारे स्वस्थ के लिए फ़ायदेमंद भी होता है।
लौकी पराठा रेसिपी ,
- व्यंजन विधि/Cuisine भारतीय/इंडियन
- भोजन चुनाव: शाकाहारी
- जैन व्यंजन: हाँ
- सामग्री तैयारी करने का समय 20 Mins
- पकाने का समय/ कुकिंग टाइम : 30 Mins अंश भाग/पोरशन : 4 लोगों के लिए
सामग्री
लौकी | 250 ग्राम |
आटा | 250 ग्राम |
मैदा | 100 ग्राम |
अजवाइन | 1 चम्मच |
हल्दी पाउडर | 1 चम्मच |
जीरा -धनिआ पाउडर | 1 चम्मच |
कलौंजी | 1 चम्मच |
घी/सनफ्लॉवर ऑइल | 6 -7 चम्मच |
नमक | स्वाद अनुसार |
बनाने का प्रणाली (प्रिपरेशन मेथड)
1 लौकी को छिलका सहित कद्दूकश (ग्रेट ) कर लें।

2 लौकी को हाथ के मुट्ठी में दबाके पानी को निचोड़ निकल लें।

3 लौकी में आटा, मैदा, अजवाइन, कलौंजी, एक चम्मच, तेल या घी मिलाकर अच्छी तरह गुंद लें।
पानी की ज़रूरत हो तो लौकी से निकला हुआ पानी को इस्तेमाल में लायें।

4 लौकी- आटा मिश्रण का पेड़ा बना लें। बेलन और चाकी में तेल लगाए।
5 पेड़ा सब को गोल कर बेल लें। बेलते समय सिर्फ तेल को इस्तेमाल में लायें।

6 कच्चे पराठों को तवे पे गोल्डन ब्राउन फ्राई कर लें। पराठों को एक प्लेट में टिश्यू पेपर पे रखें, जिससे अत्यधिक तेल पराठों से निकल जायगा।

7 लौकी पराठा तैयार है। अचार, दही, हरा चटनी या सब्ज़ी के साथ गरमा – गरम परोंसें।

टिप्स
- लौकी के छिलके मीठी होती है, कद्दूकश (ग्रेट ) करते समय छिलका सहित ग्रेट करें।
- लौकी से पानी निरंतर निकलते रहता है। अलग से पानी मिलाते समय ध्यान रखें।
- मिश्रण को कड़क करने के लिए ज़रूरत पड़ने पर आटा का इस्तेमाल करें।
- पराठें बेलते समय तेल का इस्तेमाल करें और आटा या मैदा इस्तेमाल न करें। यह करने से पराठे का रंग गोल्डन ब्राउन रहेगा और काला भी नही पड़ेगा।
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