
गाजर का हलवा हमारे देश के भोजन शैली में पाए जाने वाला अनेकों मिष्ठान्नों में सुप्रसिद्ध प्रचलित मिष्ठान्न है। भारत के उत्तरीय प्रान्त के हर रसोई घर में इस व्यंजन को स्थान प्राप्त है। त्योहार हो, व्रत हो, कोई उत्सव हो, शादी-व्याह का भोज हो या फिर रोज़ मर्या का जीवन हो, हर पल के लिए गाजर का हलवा एक स्वादिष्ट चयन है।
जब भी मैं कोई व्यंजन के बारे में लिखता हूँ या फिर किसी को बताता हूँ तो आप पाएंगे कि मेरा बचपन के दिन हमेशा उदाहरण बन कर लेख में आते हैं। क्या है, मेरा बचपन संयुक्त परिवार में व्यतीत होने के कारण मुझे साधारण व्यवहारिक ज्ञान घर से ही प्राप्त हुआ। हर प्रकार, जाती या धर्म के अतिथियों का आना-जाना लगा ही रहता था। तब मैंने देखा किस तरह हमारे घर की रसोई घर में विभिन्न प्रकार के व्यंजन तैयार किया जाता था। हमारी दादीमाँ, माँ, चाची, साथ में हमारे दादाजी और बाकी सब पुरुष वर्ग भी किस तरह भोजन का संचालन किया करतें थे।
गाजर का हलवा हमारे घर में हमेशा बनता ही रहता था क्योंकि बाहर का खाना हम बच्चों से परहेज़ करवाया जाता था।
इस सरल रेसिपी से आसानी से घर में हलवा बनाया जा सकता है जो खाने में स्वादिष्ट ऊपर से बिल्कुल शुद्ध देसी स्वाद। तब इसे कहतें हैं कि देसी गाजर का हलवा का जलवा।
इस व्यंजन को तैयार करने के लिए निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
व्यंजन शैली /Cuisine | भारतीय |
भोजन चुनाव | मिठाई/ शाकाहारी |
व्यंजन नाम | गाजर का हलवा |
जैन व्यंजन | नहीं |
सामग्री तैयारी करने का समय | 15 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 15-20 Mins |
अंश भाग/पोरशन | आव्यशकता अनुसार |
सामग्री (ingredients )
गाजर | 500 gm |
खोया | 50 gm |
दूध | 250 ml |
काजू | 10-15 pcs |
किसमिस | 10-15 pcs |
छोटी इलायची पाउडर | 1 small spoon |
चीनी | 150 gm |
घी | 2 table spoon |
बनाने की विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- गाजर को नमक पानी में 10 मिनट तक रखें। 10 मिनट बाद गाजर को पानी से अच्छी तरह धो कर साफ़ कर छिलका निकाल फेकें।
- अब गाजर को ग्रेटर/ कश जाली(ग्रेटर प्लेट) में कद्दूकस कर लें।

- फ्राइंग पैन या कड़ाही में घी डालकर गरम कर लें। आँच को धीमी रखें।
- कद्दूकस किया हुआ गाजर को कड़ाही/ फ्राइंग पैन में डालकर करछुल से चलाते रहें। गाजर से जो पानी निकले वह सूखने तक मिश्रण को चलाते रहें।
- अब दूध को गाजर में धीरे-धीरे डालकर मिलाते रहें। मिश्रण को करछुल से चलाते रहें।

- जब दूध पूरी तरह गाजर से मिल जाए और मिश्रण गाढ़ा होने लगे तब खोया को चूड़ा करके मिला दें। मिश्रण को चलाते रहें।
- अब चीनी मिला कर मिश्रण को चलाते रहें। इस समय चीनी से पानी निकलता है जिसे धीमी आँच पे मिश्रण को चला-चलाकर गाढ़ा कर लेना है।
- मिश्रण जब घी छोड़ने लगे तब इलाइची पाउडर, काजू किसमिस को मिश्रण में मिलाएँ।
- मिश्रण का मीठा स्वाद परख लें और स्वाद अनुसार संतुलित कर लें।
- गाजर हलवा तैयार है। गैस/ ओवन बंध करें। हलवा को अलग बर्तन में निकाल कर रखें।

- सजावट के लिए थोड़ा काजू-किसमिस हलवा के ऊपर रखें।
- गाजर का हलवा गरम या ठंडा परोसें।
टिप्स :
- हलवा के लिए ताज़ा, लाल, लचीला गाजर का चयन करें।
- इंग्लिश कैरोट या संतरे रंग वाला गाजर का इस्तेमाल न करे। हलवा का अच्छे परिणाम के लिए देसी लाल गाजर का ही इस्तेमाल करें।
- हलवा पकाते समय तेज पत्ता के दो पत्तें भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। हलवा की खुश्बू में वृद्धि होगी।
- इस रेसिपी में खोया 50gm मिलाया गया है। स्वाद भी संतुलित आता है। पर अपने पसंद या आवश्यक्ता अनुसार खोया थोड़ा ज्यादा भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। खोया का इस्तेमाल 100gm से अधिक न करें, गाजर का स्वाद फीका पड़ सकता है।
- गाजर (Carrots) में विटामिन सम्पूर्ण मात्रा में मौजूद रहता है, खास कर विटामिन ‘ए’ अंतर्भुक्त बीटा केरोटीन जो हमारे आंखों के लिए लाभदायक है। विटामिन ‘सी’ की मात्रा भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
- गाजर को काटने से पहले धोना उचित होता है। यह करने से पानी में घुलने वाले विटामिन संरक्षित रहता है।
- गाजर का हलवा में घी, खोया, चीनी होने के कारण इसका सेवन करने से हमे तुरंत अधिक मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होता है।
- जो लोग वजन घटा रहें हैं, या फिर डायबिटीज से पीड़ित है या चीनी से परहेज़ करतें है, वे लोग इस व्यंजन का सेवन कम करें।
- इस व्यंजन को कम ऊर्जा दायक या लो कैलोरी करना हो तो चीनी का इस्तेमाल न करें। आजकल बाज़ारों में चीनी या मिठास के लिए वैकल्पिक सामग्री उपलब्ध है, तो चीनी के बदले उसका इस्तेमाल करने की सलाह दिया जाता है।
- फ्रिज में हलवा दो से तीन दिन तक ताज़ा रहता है।
- जैन भोजन में जड़ वाली सब्ज़ी(रुट वेजटेबल्स) या ज़मीन के नीचे की सब्ज़ियों का उपयोग नहीं होता है।
Excellent recipe
Thanks