
सात्विक आलू पोस्तो रेसिपी देखकर तुरंत तैयार करें यह बंगाल शैली में लोकप्रिय प्रचलित स्वादिष्ट व्यंजन।
यह व्यंजन खसखस यानी पोस्तो और आलू को मिलाकर बनाया जाता है। बंगाली परिवार में प्रतिदिन इस व्यंजन का बनना अनिवार्य है। घर में मेहमान आए या फिर कोई त्यौहार का समय हो, यह व्यंजन के बिना भोजन सम्पूर्ण नहीं होता।
इस व्यंजन को पकाने के लिए कोई मसाले का उपयोग नहीं होता है। खसखस ही प्रधान सामग्री होती है। हमारे घर में बचपन से हमने इस व्यंजन का सेवन किया है। मुझे खाना पकाने के शौक बचपन से था। तब मैंने मेरी दादीमाँ से इसे तैयार करना सीख लिया था।
जो एक बार इस व्यंजन के स्वाद को चखा है, वह फिर हमेशा के लिए इस व्यंजन को खाना चाहेगा।
खसखस के सेवन से शरीर को शीतलता प्राप्त होती है। अनिद्रा से मुक्ति दिलाने में सहायक है।
यह व्यंजन को तैयार करने के लिए खसखस को कुछ घंटे तक पानी में भिगो कर रखना है। नरम होने पर मिक्सर में पीस लेना है।
आलू को छोटे छोटे चौकन टुकड़ा कर लेना है।
सरसों तेल में साबुत लाल मिर्च और कलौंजी को भून लेना है। आलू को हल्का भूरा होने तक तल लेना है।
खसखस डालकर ज़रा भून लेना है। पानी मिलाकर भाँप में पका लेना है। व्यंजन बनकर तैयार हो गया।
खसखस का अपना एक स्वाद और खुशबू है इसलिए कोई अलग सामग्री मिलाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
इस व्यंजन को कोई भी मुख्य भोजन के वक्त सेवन किया जा सकता है। भात और उड़द दाल या मसूर दाल के संग सेवन करने से यह व्यंजन अधिक स्वादिष्ट अनुभव होता है।
यह व्यंजन को कोई भी तैयार कर सकता है। जो व्यक्ति खाना पकाना सीख रहा है, वे इस व्यंजन को अवश्य पकाने की कोशिश करें।
निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
व्यंजन शैली / Cuisine | बेंगली / पूर्व भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी / मुख्य भोजन |
व्यंजन नाम | आलू पोस्तो |
सात्विक आहार | हाँ |
जैन व्यंजन (जड़ वाली सब्ज़ी का सेवन वर्जित है) | नहीं (आलू जड़ वाली सब्ज़ी है) |
पोस्तो / खसखस (पानी में भिगोए) | 1 घंटा |
सामग्री तैयारी करने का समय : | 10 mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 20 Mins |
अंश / पोर्शन | 4 लोगों के लिए |
सब्ज़ी सामग्री / Ingredients
पोस्तो / खसखस | 4 tablespoon |
आलू | 200 gms |
हरी मिर्च (चिरी हुई) | 2 मिर्च |
साबुत लाल मिर्च | 2 मिर्च |
कलौंजी | 1 चुटकी |
नमक | स्वादानुसार |
सरसों तेल | 3 tablespoon |
पानी | आवश्यकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- खसखस और एक साबुत लाल मिर्च को एक घंटा के लिए पानी में भिगो कर रखें।
- अब खसखस से अतिरिक्त पानी को छानकर निकाल दें।
- खसखस और साबुत लाल मिर्च को मिक्सर में मुलायम कर पीस लें। अलग रखें

- आलू को धोकर छिलका निकाल दें। चौकोर कर काट लें। अलग बर्तन में रखें।
- मध्यम आंच पर फ्राइंग में 2 टैब्लेस्पून सरसों तेल डालकर गर्म करें।
- फ्राइंग पैन में एक चुटकी कलौंजी और एक साबुत लाल मिर्च डालकर भून लें।

- फ्राइंग पैन में आलू डाल दें। हल्का भूरा रंग होने तक आलू को तलें। आँच को धीमी रखें।
- फ्राइंग पैन में पिसी हुई खसखस को डालें। कुछ देर तक करछुल चलाकर मिश्रण को मिलाएं।
- मिश्रण जब तेल छोड़ने लगे तब एक कप या आवश्यकता अनुसार पानी डालें।

- मिश्रण में स्वादानुसार नमक डालें।
- मिश्रण में हरी मिर्च डालें।
- मिश्रण पर ऊपर से 1 टैब्लेस्पून तेल डालें (चित्र संख्या 14 को देखें)।
- फ्राइंग पैन पर ढक्कन लगा दें। आँच को धीमी करें।
- लगभग 10 मिनट तक भाँप में पकने दें।
- अब फ्राइंग पैन पर से ढक्कन हटा दें।
- आलू नर्म होने पर समझना चाहिए व्यंजन पाक गया है।
- आवश्यकता अनुसार स्वाद को संतुलित करें। आँच को बांध करें।
- गरमा गर्म व्यंजन भात-दाल के साथ परोसें।
टिप्स:
- अधिक पुरानी खसखस का उपयोग न करें। अधिक पुरानी खसखस पर हवा लगने से खराब बदबूदार हो जाती है।
- यह व्यंजन तैयार करने के लिए ताज़ा, दाग रहित आलू का चयन करें।
- सात्विक भोजन हेतु प्याज़, लहसुन का उपयोग न करें।
- मध्यम आलू का परिणाम अच्छा होगा।
- आलू का उपयोग खसखस के मात्र अनुसार करें एवं कम करें।
- पसंद अनुसार इस व्यंजन को प्याज़ सहित पकाया जा सकता है। लहसुन, अदरक, धनिया पत्ता, कसूरी मेथी, कोई अलग सब्ज़ी, गरम मसाला इत्यादि का उपयोग न करें।
- बाजार में उपलब्ध पुराने आलू का उपयोग करें। व्यंजन का परिणाम मुलायम और स्वादिष्ट होगा। नए आलू के उपयोग से स्वाद में ह्रास होगा। नए आलू का स्तर मुलायम न होकर गांठ हो जाता है।