![कच्चा पपीता चोखा यकृत बंधु खाद्य व्यंजन | Raw Papaya Chokha Recipe in Hindi 1 कच्चा पपीता चोखा](https://wordpress-681327-2244468.cloudwaysapps.com/wp-content/uploads/2021/10/Papita-chokha-2-compressed.jpg)
परिचय
पपीता चोखा रेसिपी बिल्कुल आसान है जिससे यह पौष्टिक शाकाहारी व्यंजन को कम समय में तैयार किया जा सकता है।
यह व्यंजन की मुख्य सामग्री ताज़ा हरा पपीता है। कच्चा पपीता चोखा,यह सब्ज़ी स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। प्रधानतः यह व्यंजन भारत के पूर्वीय क्षेत्रों में जैसे कि पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा में अधिक लोकप्रिय है।
यह व्यंजन पूर्णतः सात्विक है एवं एक उपादेय खाद्य है।
यह व्यंजन को कोई भी तैयार कर सकता है। जो पहली बार भोजन पका रहे हैं वे इस व्यंजन को पकाने से शुरुआत करें जिसे मात्र उबालकर अथवा भाँप में पकाया जाता है।
ऐसे बनाएं यह व्यंजन
कच्चे पपीते को धो कर उसके हरे छिलके को पूरी तरह से निकाल कर अलग कर के काटकर टुकड़े कर दें।
एक गहरे बर्तन में अथवा प्रेशर कुकर में पानी डालकर गरम करें।
गरम पानी में पपीता के टुकड़ों को उबालकर या भाँप में पका लें।
पक जाने पर सब्ज़ी पर सबूत जीरा एवं घी का तड़का डालें। निम्बू का रस, स्वादानुसार नमक डालकर हाथ से मसलकर अच्छी तरह से मिला दें। वैकल्पिक है पर थोड़ी स्वाद वृद्धि के लिए बारीक कटी हुई हरी मिर्च मिला दें। कटा हुआ धनिया पत्ता मिला दें।
व्यंजन सेवन के लिए तैयार है।
बिल्कुल कठिन नही है यह व्यंजन को तैयार करना।
पारंपरिक तौर पर यह व्यंजन को तैयार करना बिल्कुल सरल है। यह रेसिपी को अनुसरण कर के बिल्कुल कम समय में यह व्यंजन को तैयार किया जा सकता है।
यह व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह व्यंजन को तैयार करने के लिए कम सामग्रियों की आवश्यकता होती है। यह व्यंजन पौष्टिक है तथा नियंत्रित मात्रा में तेल अथवा घी का उपयोग होने से अधिक लाभदायक है। खून की वृद्धि, प्लेटलेट की वृद्धि, स्वास्थ्य यकृत, पाचन तंत्र को सहारा इत्यादि के लिए यह व्यंजन का सेवन सर्वोत्तम है।
इस तरह करें यह व्यंजन का समावेश
रोज़ के नित्य मुख्य भोजन में यह व्यंजन का समावेश करना लाभ दायक सिद्ध होगा। तेल, मसालेदार भोजन को हजम करने के लिए यह व्यंजन उपयुक्त है।
निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें और सरलता से बनाएं यह व्यंजन को
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन शैली / Cuisine | पूर्व भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी / मुख्य भोजन |
व्यंजन नाम | पपीता चोखा |
आहार के प्रकार
सात्विक आहार | हाँ |
वैष्णव भोजन | हाँ |
जैन व्यंजन | हाँ |
रंधन पाक समय
सामग्री तैयारी करने का समय | 5 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 10 Mins |
कुल समय | 15 Mins |
सर्विंग
अंश / पोर्शन | 4 लोगों के लिए |
कच्चा पपीता चोखा रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
सामग्री | मात्रा |
हरा पपीता (छिलका अलग किया हुआ) | 400 gm |
धनिया पत्ता (बारीक काटा हुआ) | 2 tablespoon |
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) (वैकल्पिक) | 1 मिर्च |
जीरा साबुत | ½ teaspoon |
हींग | एक चुटकी |
निम्बू का रस | 1 tablespoon |
सेंधा नमक / साधरण नमक | स्वादानुसार |
सरसों तेल / तिल तेल / घी | 1 teaspoon |
पानी (पपीता उबालने के लिए) | आवश्यकता अनुसार |
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)
![कच्चा पपीता चोखा यकृत बंधु खाद्य व्यंजन | Raw Papaya Chokha Recipe in Hindi 2 Papita chokha Recipe Step 1](https://wordpress-681327-2244468.cloudwaysapps.com/wp-content/uploads/2021/10/Papita-chokha-compressed.jpg)
- प्रेशर कुकर में या एक गहरे बर्तन में पानी रखें। एक चुटकी नमक मिलाएं।
- आँच में प्रेशर कुकर को रखें। पूर्ण आँच में पानी को उबालें।
- सब्ज़ी को धो कर गरम पानी में धीरे से डाल दें। कुकर का ढक्कन विस्सल सहित बंद करें।
- कुकर में एक विस्सल आने के बाद आँच बंद करें। 5 मिनट तक भाँप में पकने दें।
- कुकर से भाँप निकाल दें एवं ढक्कन को खोल दें। एक कांटा चम्मच को सब्जी में चुभोकर पकने की स्थिति परख लें।
- सब्ज़ी को निकाल कर एक अलग तश्तरी पर रखने एवं ठंडा होने दें।
![कच्चा पपीता चोखा यकृत बंधु खाद्य व्यंजन | Raw Papaya Chokha Recipe in Hindi 3 Papita chokha Recipe Step 2](https://wordpress-681327-2244468.cloudwaysapps.com/wp-content/uploads/2021/10/Papita-chokha-1-compressed.jpg)
- पकी हुई सब्ज़ी को हाथ से मसल दें।
- स्वादानुसार नमक डाल कर मिला दें।
- धीमी आंच पर डाबु में एक चम्मच घी गर्म करें। साबुत जीरा को घी में चटकने दें। एक चुटकी हींग डाल दें। आँच बंद करें।
- मसली हुई सब्ज़ी पर तड़का डाल दें।
- काटी हुई हरी मिर्च, स्वादानुसार सेंधा नमक डालकर मिला दें।
सजावट के लिए
- बारीक कटे हुए धनिया पत्ता डाल दें।
परोसने की विधि
टिप्स:
- यह व्यंजन तैयार करने के लिए ताज़ा, दाग रहित सब्जी का चयन करें।
- सात्विक भोजन हेतु प्याज़ का उपयोग न करें।मध्यम या बड़े आलू का परिणाम अच्छा होगा।
- पसंद अनुसार विभिन्न सब्ज़ियों को इस व्यंजन में शामिल किया जा सकता है।
- जिस हरे पपीते के छिलके पर कुछ चुभो देने पर दूध निकलने लगे, सिर्फ उसी पपीते का चयन करें क्योंकि यह सब्ज़ी के ताजा होने की निशानी है। बाजार में उपलब्ध पपीता को लेते समय इस तरह से हमेशा परख लें।
- पीलिया, खून की कमी, विटामिन की कमी, प्लेटलेट की कमी, अरुचि, बदहजमी, अम्लता, वायु विकार, त्वचा की बीमारी, हैंगओवर जैसे दिक्कतों से छुटकारा पाने के लिए यह व्यंजन का सेवन करना लाभ दायक है।
- गर्भवती महिलाओं को यह व्यंजन का सेवन नियंत्रित मात्रा में करना होता है। अधिक जानकारी के लिए अवश्य अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करें।
FAQ
Q.कच्चे पपीता खाने से क्या होता है?
Ans:- कच्चे पपीता का सेवन करने से यकृत का स्वास्थ्य स्वस्थ रहता है। चयापचय सुचारू ढंग से कार्य करता है। खून साफ करता है, प्लेटलेट में वृद्धि देकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। पीलिया जैसी बीमारी को रोकने में एवं ठीक करने में कारगर है।
Q. कच्चा पपीता कैसे खाना चाहिए?
Ans:- सब्जी, कच्चा सलाद अथवा पानी में उबालकर व्यंजन तैयार करके सेवन करना चाहिए।
Q. पपीता कब और कैसे खाना चाहिए?
Ans:- पपीता कच्चा हो या पक्का, इसका सेवन दोनों अवस्थाओं में किया जाता है।कच्चे पपीते का सलाद, सब्ज़ी, चोखा अथवा भरता बनाकर मुख्य भोजन के साथ सेवन करना चाहिए। सलाद को खमन, समोसा इत्यादि अल्पाहार के साथ भी सहभोजन की तरह सेवन किया जा सकता है।
Q. पपीते की तासीर क्या होती है?
Ans:- पपीते की तासीर गरम होती है जो चयापचय को सहारा देने में कारगर है। इससे शरीर के अतिरिक्त वजन को घटाने में सहायता प्राप्त होती है।
Q. पपीते के बीज का सेवन कैसे करें?
Ans:- पके हुए पपीते के बीज को सुखा कर एवं पीसकर हवा राहीत डिब्बे में रखना चाहिए। समय समय पर नियंत्रित मात्रा में इसका सेवन किया है सकता है। इसके सेवन से पपीते के जैसा ही मिलता जुलता पौष्टिक तत्व प्राप्त होता है।
Q. पपीता खाने के बाद क्या क्या चीज नहीं खाना चाहिए?
Ans:- पपीता की प्रकृति गरम है इसलिए विपरीत प्रकृति वाले फल, सब्ज़ी अथवा अन्य खाद्य सामग्री तुरंत इसके साथ सेवन करना उचित नही है। जैसे कि दही, केला, ठंडा पानी इत्यादि का सेवन इसके सेवन से कुछ देर पहले एवं कुछ देर बाद तक न करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
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