
अप्पम रेसिपी देख कर तैयार करें यह स्वादिष्ट व्यंजन।
दक्षिण भारतीय भोजन व्यंजनों में यह भी एक प्रचलित व्यंजन है। परंपरागत विधि से यह व्यंजन को तैयार करने के लिए चावल को पीसकर ताड़ी में मिलाया जाता है। मिश्रण खट्टा होने पर फिर पकाया जाता है। अभी आधुनिक काल में ताड़ी उपलब्ध होना संभव नहीं है। वर्तमान समय पर मिश्रण में खट्टापन लाने के लिए खमीर मिलाया जाता है। उसके बाद चावल मिश्रण को खट्टा करने के लिए कुछ घण्टे के लिए रख दिया जाता है। जब चावल मिश्रण खट्टा हो जाए तब गर्म गहरे कढ़ाई में मिश्रण को फैलाकर पकाया जाता है। स्वाद को उम्दा करन के लिए नारियल का दूध या कसा हुआ नारियल भी मिलाया जाता है।
उकडा चावल (परबोइल राइस), मोटा चूड़ा को भिगा देना है। फिर मुलायम पीस कर उसमें खमीर मिला दें। मिश्रण जब फूल कर उभर जाए, परत पर छोटे छोटे छिद्र हो जाए तब उसे गर्म कढ़ाई में डालकर फैला देना है। कुछ देर में पक कर व्यंजन तैयार हो जाता है।
यहाँ इस रेसिपी के माध्यम से यह व्यंजन को तैयार करने की बिल्कुल सरल विधि बताई जा रही है। रेसिपी को अनुसरण कर के घर में ही आसानी से बनाया जा सकता यह स्वादिष्ट व्यंजन।
निम्न में दिए हुए रेसिपी को अनुसरण करें:
व्यंजन विधि/ Cuisine | दक्षिण भारतीय / भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी |
व्यंजन नाम/ व्यंजन | अप्पम |
सात्विक आहार | हाँ |
जैन भोजन | हाँ |
चावल भिगोना एवं किण्वन का समय | 6 घण्टे |
सामग्री तैयार करने का समय | 15 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 15 min |
कुल समय | 6hr 30 min |
अंश | 3 व्यक्ति के लिए |
अप्पम रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
सामग्री | मात्रा |
उकडा चावल (पार बॉयल्ड राइस) | 2 कप / 400 gm |
मोटा पोहा / चूड़ा | 100 gm |
खट्टा दही | 100 gm |
नमक | स्वादानुसार |
पानी (चावल पीसने के लिए एवं मिलने के लिये) | 400 ml / आवश्यकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- चावल को छलनि में रख कर 3 से 4 बार पानी बदलकर धो लें।
- एक गहरे बर्तन में चावल को रखें। दो गुना स्तर पानी डाल दें।
- चावल को रातभर या 6 घंटें भीगने दें।
- चावल को छलनी पर रखें। पानी को निकल जाने दें।
- मिक्सर जार में चावल को डालें।
- चूड़ा / पोहा को धोकर मिक्सर में डालें।
- मिक्सी में मुलायम कर पीस लें।
- पानी मिलाकर मिश्रण को पतला करें।
- अलग बर्तन में रखें।

- अब चावल के मिश्रण में स्वादानुसार नमक डालकर मिला दें। दही डालकर मिला दें।
- मिश्रण को एक घंटे तक किण्वन (फरमेंट होने दें। घोल के ऊपर की परत पर बुलबुले आने पर समझना चाहिए यह मिश्रण उपयोग करने के लिए तैयार है।

- मध्यम आँच पर एक कढ़ाई गरम करें। कढ़ाई के अंदर के भाग में तेल लगा दें।
- दब्बू से मिश्रण को कढ़ाई में डालें।
- मिश्रण को कढ़ाई में फैलाने के लिए कढ़ाई को पकड़ कर तिरछा कर गोल घुमाएँ।
- अब कढ़ाई को ढक दें। मिश्रण को भाँप में पकने दें। आँच को धीमी रखें।

- तीन से चार मिनट के बाद ढक्कन को हटा दें। व्यंजन पक जाने पर करछुल से उसे निकाल लें।
- इस तरह बाकी सब भी पका लें।
- व्यंजन तैयार होने पर आँच को बंद करें।
- गर्मा गरम परोसें मन पसंद सब्ज़ी, चटनी या सांभर के साथ।
टिप्स:
- चावल के गुणवत्ता के अनुसार घोल का परिणाम होगा।
- भोजन तैयार करने के लिए पीसा हुआ मिश्रण का उपयोग तुरंत करना हो तो मिश्रण में खमीर (yeast) का उपयोग करें। समय पर्याप्त होने पर या खमीर के अभाव में खट्टा दही का उपयोग करें।
- खमीर (yeast) का प्रयोग सात्विक भोजन अथवा जैन भोजन में न करें।
- घर के मिक्सी में चावल को मुलायम पीसने के लिए चावल को 6 घंटे तक पानी में भीगने दें। यह परीक्षण हमने कई बार किया है।
- यह घोल फ्रिज में रख कर कुछ दिनों तक उपयोग किया जा सकता है। ध्यान रहें अधिक दिन रखने पर घोल में खट्टापन बढ़ जाता है।
- घोल में किण्वन (fermentation) अच्छा होने पर व्यंजनों के परिणाम अधिक मुलायम, नरम व छिद्रपूर्ण होंगे।
- यह व्यंजन में कसा हुआ नारियल अथवा नारियल का दूध भी मिलाया जाता है।
- कम तेल में पकने के कारण यह वजन कम करने वाले व्यक्तियों के लिए लाभकारी है।