
इंस्टेंट रसम हर मौसम के लिए एक लवली रिफ्रेशिंग रेसिपी है जो अरुचि, सर्दी या गले की खराश और मूडस्विंग को तुरंत ठीक कर दे।
इंस्टेंट रसम क्या है?
इंस्टेंट रसम में प्रधान सामग्री धनिया पत्ता, कालिमिरी, साबुत जीरा, लहसुन, करी पत्ता, इमली एवं हींग होता है। यह व्यंजन को दाल रहित तुरंत तैयार किया जा सकता है।
इंस्टेंट रसम रेसिपी देख कर तैयार करें बिल्कुल सूप जैसा यह चटपटा व्यंजन।
यह व्यंजन दक्षिण भारत के हर राज्यों में लोकप्रिय है। यह व्यंजन को भारतीय संस्करण का सूप कहा जा सकता है। इस व्यंजन को कई तरह से तैयार किया जा सकता है। यहाँ सबसे सरल और आसान तरीका बताया गया है जिसे अनुसरण कर यह व्यंजन को झटपट तैयार किया जा सकता है।
यह व्यंजन को तैयार करने के लिए साबुत जीरा, धनिया पत्ता, काली मिरी, लहसुन कलियों को दरदरा पीस कर तेल में सुखी लाल मिर्च, करी पत्ता, हींग, सरसों के संग भून लिया जाता है। फिर टमाटर डालकर भूनना होता है। उसके बाद इमली अर्क का पानी, हल्दी, नमक, कटा हुआ धनिया पत्ता मिलाकर उबालना है। इस तरह यह चटपटा स्वादिष्ट व्यंजन मिनटों में तैयार हो जाता है।
ठंडी लगने पर या अरुचि होने पर यह तीखा खट्टा व्यंजन का सेवन करने पर शरीर को आराम मिलता है।
ठंडी के मौसम में या फिर बारिश के मौसम में लोग यह व्यंजन को बहुत चाव से सेवन करते हैं। यह व्यंजन को चावल के साथ सेवन करने से यह बहुत स्वादिष्ट लगता है।
यहां पर जो रेसिपी बताई गई है उसे अनुसरण कर घर पर मिलने वाली सब्जियों से ही सरलता से यह व्यंजन बनाया जा सकता है
यह व्यंजन को बनाने के लिए निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन शैली / Cuisine | दक्षिण भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी / सूप |
व्यंजन नाम: | इंस्टेंट रसम |
रंधनपाक समय
सामग्री तैयारी करने का समय | 5 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 10 Mins |
कुल समय | 15 mins |
सर्विंग
अंश / पोर्शन | 4 व्यक्ति के लिए |
इंस्टेंट रसम रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
रसम का प्रधान मसाला सामग्रियाँ
धनिया पत्ता | 6 टहनियाँ |
लहसुन | 6 कलियाँ |
कालीमिरी (कुटी हुई) | 1 teaspoon |
साबुत जीरा | 1 tablespoon |
रसम के रसा के लिए सामग्रियाँ
टमाटर (कटा हुआ) | 1 टमाटर |
हरि मिर्च (चिरी हुई) | 2 मिर्च |
सरसों | 1 teaspoon |
हल्दी पाउडर | 2 चुटकी |
हींग पाउडर | 2 चुटकी |
सुखी लाल मिर्च | 2 मिर्च |
इमली (इमली के अर्क के लिए) | 30 gm |
करी पत्ता | 10 पत्तें |
धनिया पत्ता (बारीक कटा हुआ) | 2 tablespoon |
नमक | स्वादानुसार |
सनफ्लॉवर तेल (मसाला भुनने के लिए) | 2 tablespoon |
पानी | 4 कप |
इंस्टेंट रसम रेसिपी स्टेप बाय स्टेप १८ आकर्षक चित्र श्रृंखला के साथ।
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)

- साबुत जीरा, धनिया पत्ता, लहसुन को मिक्सी जार में डालकर दरदरा पीस लें। अलग रखें।
- इमली को एक कटोरी में पानी डालकर भिगों दें। कुछ देर बाद इमली को मसलकर अर्क निकाल कर अलग रख दें।

- मध्यम आंच पर फ्राइंग पैन में तेल डालकर गर्म करें।
- सुखी लाल मिर्च, करी पत्ता, सरसों को फ्राइंग पैन में डालकर हल्का भून लें।
- फ्राइंग पैन में लहसुन, जीरा, धनिया पत्ते से बना हुआ मसाला को डालें। कुछ देर तक भूनें।

- फ्राइंग पैन में कटे हुए टमाटर डालें और टमाटर गलने तक भूनें। कच्ची महक चली जानी चाहिए।
- टमाटर गल जाने पर इमली अर्क को डालकर अच्छी तरह से मिला दें।
- फ्राइंग पैन में 4 कप पानी डाल दें।
- सब्ज़ी मिश्रण को करछुल से चलाकर मिला दें।

- अब हल्दी पाउडर डालकर मिला दें।
- अब स्वादानुसार नमक डालकर मिला दें।
- कटे हुए धनिया पत्ता डाल दें।
- फ्राइंग पैन को ढक दें। व्यंजन को कुछ देर के लिए उबलने दें। आँच को मध्यम रखें।

- अब फ्राइंग पैन से ढक्कन को हटा दें।
- व्यंजन के स्वाद को परखें। स्वाद तेज तीखा, नमकीन, खट्टा होना चाहिए।
- आवश्यकता अनुसार तीखा, खट्टा और नमकीन स्वाद को संतुलित करें।
- अगर आवश्यकता हो तो नमक, इमली अथवा काली मिरी मिलाएं।
- व्यंजन तैयार है। आँच को बंद करें।
- गरमा गर्म परोसें चावल और दही के संग।
टिप्स:
- यह व्यंजन तैयार करने के लिए ताज़ा और लचीले पत्तें वाले धनिया पत्तों का चयन करें।
- यह व्यंजन का गठन पतला होता है।
- यह व्यंजन का स्वाद तीखा और खट्टा होना चाहिए। स्वाद का संतुलन रुचिकर करें।
- यह व्यंजन में मसूर दाल, तूर फल या अन्य दाल मिलाई जाती है।
- खटास के लिए यह व्यंजन में इमली के अलावा कोकम, आमचूर अथवा निम्बू का भी उपयोग हो सकता है।
- यह व्यंजन का मुख्य खुशबू ताज़ा धनिया पत्ते की होती है।
- पसंद अनुसार मिठास के लिए गुड़ भी मिलाया जा सकता है।
- व्यंजन में उपयोग करने के लिए हमेशा गर्म पानी का इस्तेमाल करें। साधारण तापमान वाले पानी गर्म सामग्रियों को ठंडा कर देता है जिससे पाक रंधन विधि में विलंब होता है।
- सात्विक भोजन हेतु प्याज़, लहसुन का उपयोग न करें।
- जैन भोजन में अदरक, लहसुन, प्याज़ अथवा अन्य कोई भी जड़ वाली सब्जियों का उपयोग न करें।
- सर्दी, खांसी, बुखार के समय यह व्यंजन का सेवन करने से आराम मिलता है। पुनः जीभ में स्वाद लौट कर आने लगता है।
- यह व्यंजन के सेवन से हजम क्रिया और पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है।
- रसम के तीखे स्वाद को हल्का करने के लिए चावल के संग दही भी परोसा जाता है। दही का सेवन करने से तीखे स्वाद को तुरंत कम कर देता है।
FAQ
क्या रसम सेहत के लिए हानिकारक है?
चमत्कारी वजन घटाने की तलाश करने वाले लोगों के लिए, रसम शरीर को पसीना बनाकर विषाक्त पदार्थों को हटाने को बढ़ावा देता है, अधिक मूत्र उत्पन्न करता है और चयापचय को गति देता है। यह एंटीऑक्सिडेंट से भी भरा हुआ है जो मुक्त कणों की गतिविधि को रोकता है। इमली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो त्वचा को जवां और कोमल बनाए रखने में मदद करती है|
रसम पाउडर में क्या है?
मूल रसम पाउडर सिर्फ तूर दाल, काली मिर्च, धनिया, जीरा, लाल मिर्च और हिंग के साथ बनाया जाता है|
रसम पीने के क्या फायदे हैं?
यह पाचन तंत्र को अच्छे आकार में रखने में मदद करता है, पेट के संक्रमण को रोकता है और कब्ज की समस्या के इलाज में विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है। हृदय रोगों को रोकता है: यह हृदय रोगों और स्ट्रोक को भी रोकता है क्योंकि यह अस्वास्थ्यकर या कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है।
क्या हम रोज रसम ले सकते हैं?
वजन घटाने से लेकर पाचन में मदद करने तक, यहाँ आपको रसम को अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाने की आवश्यकता क्यों है!
क्या सांभर और रसम पाउडर एक ही है?
सांबर और रसम को बनाने का तरीका एक दूसरे से थोड़ा अलग होता है. एक सांभर मूल रूप से तूर दाल को तब तक पकाता है जब तक कि वह पूरी तरह से विघटित न हो जाए। अंत में दाल की वजह से बनावट चिकनी और मलाईदार होती है। दूसरी ओर, रसम सांभर की तुलना में कहीं अधिक पानी वाला और हल्का होता है।
क्या रसम एक रेचक है?
रसम के सभी रूपों में इमली होती है जो आहार फाइबर और गैर-स्टार्च पॉलीसेकेराइड से भरपूर होती है। यह मल त्याग को आसान बनाता है और पाचन तंत्र को शांत करता है।
क्या रसम फूले हुए पेट के लिए अच्छा है?
पेट की सभी चीजें अपच से शुरू होती हैं। रसम के लि पेट की सारी समस्याएं अपच से शुरू होती हैं। रसम के लिए धन्यवाद, भारी खाना खाने के बाद भी हम इसे पचा सकते हैं। रसम में काली मिर्च होने के कारण यह आवश्यक एसिड को गुप्त करता है जो पाचन को बढ़ाता है और सूजन को कम करता है। रसम में काली मिर्च होती है, इसलिए इस सामग्री को इस सामग्री में शामिल किया गया है I
रसम का स्वाद कैसा होता है?
इसका स्वाद थोड़ा खट्टा, तीखा और तीखा मसालों के साथ तीखा होता है|
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