
काली मिर्च का परिचय
काली मिर्च का स्वाद साधारण मिर्च जैसी तीखा होने से इसके नाम के साथ मिर्च शब्द जोड़ दिया गया होगा। असल में यह piperacea परिवार के मरिचपिप्पली नामक बेलवाले पौधे पर लगने वाली छोटी छोटी गुच्चों में पाई जाने वाली मरिच फल है। यह (कालिमिरी) फल को कच्चे या पक्के अवस्था में पौधों से तोड़ लिया जाता है और फिर मसाला के रूप में भोजन व्यंजन तैयार करते वक्त इस्तेमाल किया जाता है।
पीपर शब्द किस से प्रेरित है।
अंग्रेज़ी में पीपर शब्द संस्कृत शब्द पिप्पली से प्रेरित है।
काली मिर्च की उत्पत्ति।
इसका सर्व प्रथम उत्पत्ति स्थान भारत वर्ष में दक्षिण भारतीय प्रदेश को ही माना जाता है। प्रधानतः विश्व में इसकी उपज केरल राज्य में सबसे अधिक मात्रा में एवं श्रेष्ठ गुणवत्ता के सहित होती है।
आइए जानते हैं कालिमिरी से जुड़ी कुछ कही अनकही बातें,
काली मिर्च के गुण।
- कालीमिर्च एक क्षुद्र फल है। यह फल को उपयोग में लाने के लिए कच्ची हरी अवस्था में इसे धूप में सुखाया जाती है। पूर्ण मात्रा में सुख जाने पर यह काली मिर्च में रूपांतरित हो जाती है।
- पके हुए फल को धूप में सुखाकर सफेद मरिच अथवा white pepper प्राप्त होती है।
- ऐतिहासिक विवरण एवं प्राचीन हिन्दू ग्रंथ यह बात की पुष्टि करता है कि प्राचीन काल से ही काली मिर्च भारत वर्ष में उपलब्ध है एवं आयुर्वेद शास्त्र तथा पाक रंधन कला में इसका विवरण भी मिलता है।
- यह फल का स्वाद तीखा होने से इसे मिर्च के समान दर्जा दिया गया। जैविक रसायन वस्तु पिपरिन (piperine) यह फल को तीखा बनाता है।
- पूरे विश्व में इसे इसकी खुशबू, तीखापन एवं गुणवत्ता प्रसिद्ध है। इसे मसाला एवं औषध तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- दस्त की बीमारी, दांतों के दर्द, अनिद्रा, सर्दी खांसी बुखार, पेट के कीड़े, शरीर में कमजोरी जैसी परेशानियों के इलाज के लिए काली मिर्च का उपयोग होता है।
- इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स जैसे पिपरडिन्स, पाइरोलीडिन्स, एमाइडस, सफ़रोल कई तरह की बीमारी को रोकने में एवं दिल के स्वास्थ को स्वस्थ रखने में कारगर है। औषध विज्ञान शास्त्र में काली मिर्च की उपयोगिता जानने के लिए कई प्रकार के अनुसंधान जारी है।
- काली मिर्च में मौजूद पेपेरीन वस्तु किसी तरह नाक के संस्पर्श में आने पर छींक आती है।
- काली मिर्च में उपलब्ध पिपरिन शरीर में मौजूद पाचन तंत्र, हजम क्रिया को मजबूती देता है। काली मिर्च के नियमित सेवन मस्तिष्क को पुष्टि प्रदान करता है जिससे स्मृति में सुधार एवं मूड स्विंग जैसी अवस्था को ठीक करने में कारगर है।
काली मिर्च के उपयोग से बनते हैं यह मुख्य व्यंजन।
दक्षिण भारत की लोकप्रिय व्यंजन ‘रसम‘ में प्रधान सामग्री काली मिर्च है।
काली मिर्च में मिलने वाले मुख्य पौष्टिक तत्व।
आयरन, मैंगनीज, विटामिन के।
काली मिर्च कौन कौन से देस में पाई जाती है?
इंडोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैंड इत्यादि देशों में पाई जाती है।
सफेद मिर्च क्या है?
सफेद मिर्च भी काली मिर्च ही है, सिर्फ फर्क इतना है कि फल पूरी तरह पक जाने के बाद एक विशेष प्रक्रिया के द्वारा ऊपर की परत को निकाल दिया जाता है जिससे उसके अंदर का सफेद स्तर ऊपर आ जाता है। इस तरह सफेद मिर्च प्राप्त होती है।
जानिए काली मिर्च का सेवन कब नही करनी चाहिए।
जिसे अम्ल (एसिडिटी) की बीमारी है, पेट में घाव है, बवासीर घाव है, गर्भावस्था के समय पर काली मिर्च का सेवन नही करना चाहिए।
FAQ
काली मिर्च में कौनसा विटामिन होता है?
कालीमिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लेवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी -ऑक्सीडेंट होता है ।
क्या काली मिर्च खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है?
काली मिर्च में विटामिन ए और विटामिन ई अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
काली मिर्च को इंग्लिश में क्या बोलेंगे?
Black Pepper
दूध में काली मिर्च डालकर पीने से क्या होता है?
जीरा और काली मिर्च वाला दूध डाइजेशन सुधारकर पेट दर्द की समस्या दूर करता है। और शरीर में इम्युनिटी बढ़ाता है जिससें सर्दी-जुकाम और बुखार में आराम मिलता है।
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