
कुमरोर छोकका रेसिपी स्वादिष्ट होने के साथ सात्विक व्यंजन भी है जो पूजा, व्रत अथवा नित्य दिन के भोजन के लिए सम्पूर्ण रूप से उपयुक्त है।
कुम्हड़ा से तैयार किए हुए इस व्यंजन को बिल्कुल कम वक्त में तैयार किया जा सकता है। इसमे प्याज़, लहसुन का उपयोग न करने से व्रत, लंगर या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान में सेवन के लिए सदा उपयुक्त है। भारत के सभी प्रान्तों में कुम्हड़ा की सब्ज़ी प्रचलित है। यह रेसिपी पश्चिम बंगाल का एक पारंपरिक व्यंजन है जिसे लुची (पूरी) अथवा पराठा या चावल के संग सेवन किया जाता है।
यह व्यंजन में उपयोग होने वाले मसालों में पांच फोरन एवं भाजा मसाला मुख्य है जिससे व्यंजन का स्वाद एवं खुशबू लाजवाब हो जाती है।
ऐसे बनाएं यह व्यंजन
- सब्ज़ी के छिलके को निकाल कर चौकोर काट लें।
- आलू के छिलके निकालकर छोटे चौकोर आकार में काट लें।
- धीमी आंच पर फ्राइंग पैन में तेल डालकर गरम होने दें। सब्ज़ी को सुवर्ण भूरा होने तक तलकर अलग रखें।
- फ्राइंग पैन में आवश्यकता अनुसार थोड़ा और तेल डालें। सुखी लाल मिर्च, पांच फोरन डालकर चटकने दें।
- आलू के टुकड़ों को डालकर भूरा होने तक तलें।
- हल्दी, नमक डालें।
- चना दाल को फ्राइंग पैन में डालकर कुछ देर भूनें।
- कसा हुआ नारियल डालकर कुछ देर भूनें।
- घोला हुआ मसाला डालकर मिला दें।
- थोड़ा पानी डालें। धीमी आंच पर सब्ज़ी को फ्राइंग पैन में ढक कर पकने दें।
- शक्कर डालकर मिला दें। सब्ज़ी पक जाने पर स्वाद को परखकर संतुलित करें।
- कूटा हुआ मसाला डालकर मिला दें।
- आँच को बंद करें।
- व्यंजन को लुची (पूरी), पराठा अथवा चावल के संग परोसें।
बिल्कुल कठिन नही है यह व्यंजन को तैयार करना।
पारंपरिक तौर पर यह व्यंजन को तैयार करना बिल्कुल सरल है। यह रेसिपी को अनुसरण कर के बिल्कुल कम समय में यह व्यंजन को तैयार किया जा सकता है।
यह व्यंजन की विशेष ख़ासियत
यह व्यंजन को तैयार करने के लिए कम सामग्रियों की आवश्यकता होती है। यह व्यंजन पौष्टिक है तथा स्वादिष्ट है। यह व्यंजन पश्चिम बंगाल का एक पारंपरिक व्यंजन है जो त्योहार, व्रत, भोग प्रसाद अथवा रोज़ के सेवन के लिए तैयार किया जाता है।
इस तरह करें यह व्यंजन का समावेश
रोज़ के नित्य मुख्य भोजन में यह व्यंजन का समावेश करना लाभ दायक सिद्ध होगा। यह व्यंजन चावल, रोटी, पराठा अथवा पूरी के संग सेवन किया जा सकता है।
यह व्यंजन को बनाने के लिए निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
व्यंजन के वर्गीकरण
व्यंजन शैली / Cuisine | सात्विक शैली / भारतीय |
भोजन चुनाव | शाकाहारी / मुख्य भोजन |
व्यंजन नाम | कुमरोर छोकका |
आहार के प्रकार
सात्विक भोजन | हाँ |
रंधन पाक समय
सामग्री तैयारी करने का समय | 10 Mins |
पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 20 Mins |
कुल समय | 30 min |
सर्विंग
अंश / पोर्शन | 4 व्यक्ति के लिए |
कुमरोर छोकका रेसिपी के लिए सामग्री | Ingredients
कुम्हड़ा (चौकोर कटे हुए) | 300 gm |
आलू (चौकोर कटे हुए) | 100 gm |
चना दाल / काला चना (भीगा हुई) | 2 tablespoon |
हरी मिर्च (चिरी हुई) | 4 मिर्च |
नारियल (कसा हुआ) | 2 tablespoon |
तेज पत्ता | 2 पत्तें |
सुखी मिर्च | 2 मिर्च |
पाँच फोरन | ½ teaspoon |
शक्कर | ½ teaspoon |
नमक | स्वादानुसार |
पानी | 200 ml (1 cup) या आवश्यकता अनुसार |
सरसों तेल | 4 tablespoon / आवश्यकता अनुसार |
घी | 1 teaspoon |
गीला मसाला मिश्रण
धनिया पाउडर | 2 teaspoon |
जीरा पाउडर | 1 teaspoon |
हल्दी पाउडर | ½ टीस्पून |
हींग | 2 चुटकी |
लाल मिर्च पाउडर | ¼ teaspoon |
पानी (मसाला को घोलने के लिए) | 60 ml |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)
- एक गेहरी कटोरी में सूखे मसालों को डालें।
- पानी डालकर घोल बना लें।
- अलग रखें एवं विधि अनुसार सब्ज़ी में उपयोग करें।
भाजा मसाला (सुख मसाला)
जीरा साबुत | ½ teaspoon |
धनिया | 1 teaspoon |
सौंफ | ½ teaspoon |
लौंग | 4 लौंग |
इलायची छोटी | 1 इलायची |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)
- धीमी आँच पर तवा में सभी मसालों को दो से तीन मिनट तक सेंक लें।
- आँच को बंद करें। मसाले जलने न पाएं।
- ठंडा होने पर सील बट्टा अथवा बेलन चकले के द्वारा पीस लें।
- अलग रखें एवं सब्ज़ी तैयार करते वक्त विधि के अनुसार उपयोग करें।
व्यंजन की विधि चित्र सहित (प्रिपरेशन मेथड)

- कुम्हड़ा को पानी में धो कर छिलका निकाल कर अलग कर दें।
- कुम्हड़ा को छोटे चौकोर आकार में काट लें।
- आलू के छिलके निकाल कर छोटे चौकोर आकार में काट लें। आलू को कुम्हड़ा के अनुपात में छोटा काटें।
- हरी मिर्च को बीच से लंबे आकार में चीर दें।
- सब्ज़ीयों को अलग रखें।
- मध्यम आंच पर फ्राइंग पैन को रखें और उस पर सरसों तेल डालें।
- तेल गर्म होने पर फ्राइंग पैन में कुम्हड़ा को डालकर भूरा होने तक तलें। अलग तश्तरी पर रखें।

- फ्राइंग में थोड़ा तेल डालें। सुखी लाल मिर्च, पाँच फोरन तेज पत्ता डालकर चटकने दें।
- कटे हुए आलू को फ्राइंग पैन में डालें। धीमी आंच पर थोड़ा भूरा होने तक तलें। फ्राइंग पैन पर ढक्कन डालकर आलू को तलें। आँच धीमी रखें।
- चना दाल को फ्राइंग पैन में डालकर कुछ देर भूनें।
- कसा हुआ नारियल डालकर अच्छी तरह मिलाकर भूनें। गीले मिश्रण को सब्ज़ी पर डाल दें। करछुल से चलाकर मिला दें।

- सब्ज़ी में नमक डालें,शक्कर डालकर मिला दें। स्वाद को परख लें।
- आलू की परत नरम हो जाने पर तले हुए कुम्हड़ा को फ्राइंग पैन में डालें। करछुल से चलकर मिला दें।
- फ्राइंग पैन को ढक दें। भाँप में सब्जी को कुछ देर पकने दें। आँच को धीमी रखें।

- सब्ज़ि का पानी जब सूखने लगे तब फ्राइंग पैन से ढक्कन को हटा दें।
- तैयार किया हुआ भाजा मसाला सब्ज़ी में एक टैब्लेस्पून डाल कर मिला दें।
- हरी मिर्च डाल दें। एक चम्मच घी डालकर मिला दें।
- अब सब्ज़ी के स्वाद को परख लें। स्वाद को आवश्यकता अनुसार संतुलित कर लें।
- व्यंजन बनकर तैयार है। आँच को बंद करें।
परोसने की विधि
टिप्सः
- यह व्यंजन में साधारण नमक के स्थान में सेंधा नमक का उपयोग भी किया जा सकता है।
- सात्विक आहार में प्याज, लहसुन का उपयोग न करें।
- जैन व्यंजन में ज़मीन के नीचे मिलने वाली सब्ज़ियों का उपयोग न करें। प्याज़, लहसुन का उपयोग भी बिल्कुल न करें।
FAQ
Q. कद्दू त्वचा के लिए पौष्टिक है?
Ans:- बीटा कैरोटिनॉइड विटामिन ए के अंतर्भुक्त है जो कद्दू में अधिक मात्रा में उपलब्ध है। विटामिन सी भी अधिक मात्रा में उपलब्ध है। इसलिए इसके सेवन से त्वचा के स्वास्थ्य को लाभ मिलता है।
Q. क्या कद्दू में आयरन की मात्रा अधिक होती है?
Ans:- कद्दू में आयरन मजूद है परन्तु पोटासियम सबसे अधिक है।
Q. क्या कद्दू एक रेचक है?
Ans: कद्दू के सेवन से चयापचय की क्रिया को मजबूती मिलती है तथा इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ रखने में कारगर है।
Q.क्या हम कद्दू के हर हिस्से को खा सकते हैं?
Ans :- कद्दू के हर हिस्सा सेवन उपयुक्त है। इसका छिलका, बीज, मांसल भाग तथा इसके पौधे का पत्ता, लचीले डंठल, फूल सेवन उपयुक्त है।
Submit your review | |